देहरादून: उत्तराखंड सरकार द्वारा कोरोना महामारी के कारण आई मंदी के बाद सभी विधायकों का वेतन 30% काटने से कतरा रहे भाजपा के विधायक अब बैकफुट पर हैं।
केदारनाथ से कांग्रेस के विधायक मनोज रावत द्वारा सूचना के अधिकार के अंतर्गत मांगी गई, जानकारी के बाद जब भाजपा विधायक बेपर्दा हुए तो अब लोक लाज के डर से चुपचाप वेतन कटाने विधानसभा अध्यक्ष के पास जा रहे हैं। सरकारी आदेश से कन्नी काटने वाले इन विधायकों को अब अपनी वेतन का 30% अर्थात ₹57000 हर महीने कटवाने पड़ेंगे।
आज भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक बंशीधर भगत ने इस आशय का पत्र विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को सौंपा। कुल मिलाकर कांग्रेस के विधायक मनोज रावत की सजगता से लगाई गई। आरटीआई के बाद भाजपा विधायकों का इस प्रकार बेपर्दा होना काफी कुछ बयां कर गया।