रुद्रप्रयाग: प्रदेश और जनपद में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने केदारनाथ जाने वाले स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए भी कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही श्रद्धालुओं को केदारनाथ जाने की अनुमति दी जाएगी। अभी तक यह नियम बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ही लागू किया गया था। लेकिन अब ये स्थानीय लोगों पर भी लागू हो चुका है।

आपको बता दें कि रुद्रप्रयाग जिले में फिर से कुछ दिनों से लगातार संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं, जिसके बाद प्रशासन की पेशानी बढ़ चुकी है। बीते दस दिनों से रुद्रप्रयाग जनपद में कोरोना के 17 नए मामले आ चुके हैं। ऐसे में अब प्रशासन और विभाग अपने स्तर पर कोई भी चूक नहीं करना चाहता।

इसी वजह से अब बाबा केदार के दर्शनों को जाने वाले हर व्यक्ति को अपना कोरोना टेस्ट कराना होगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही वे यात्रा पर जा सकते हैं। अभी तक यह नियम बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ही लागू किया गया था।  जिलाधिकारी वंदना चौहान ने सोनप्रयाग में व्यवस्था को और पुख्ता बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे ध्यान में रखते हुए स्थानीय स्तर पर कोरोना टेस्ट अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही केदारनाथ यात्रा के सम्बन्ध में कुछ दूसरे भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं, अब तक यात्रा पर जाने वाले लोगों को लम्बी यात्रा के दौरान खाने-पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था क्यूंकि पैदल मार्ग पर सिर्फ 6 दुकानें ही संचालित की जा रही थी। लेकिन अब प्रशासन ने लॉटरी के जरिये 30 अन्य स्थानीय लोगों को भी यात्रा मार्ग पर दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है।

 

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