देहरादून: 46वीं वाहिनी पीएसी की बी कंपनी के प्लाटून कमांडर विशेष श्रेणी की देहरादून में कोरोना उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही वाहिनी के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जानकारी के अनुसार, 46वीं वाहिनी पीएसी की बी कंपनी के प्लाटून कमांडर विशेष श्रेणी शिवराज सिंह राणा परिवार के साथ रुद्रपुर स्थित वाहिनी परिसर में ही रहते थे। वह पिछले पांच माह से देहरादून में हाउसिंग गारद की जिम्मेदारी निभा रहे थे। बताया जा रहा है कि अगस्त माह में नैनी शताब्दी से आने पर प्लाटून कमांडर को जीआरपी द्वारा तीन दिन होटल और चार दिन होम क्वारंटाइन किया गया था लेकिन किसी भी प्रकार का कोरोना लक्षण नहीं पाया गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी।

प्लाटून कमांडर छुट्टी काटने के बाद 17 अगस्त को देहरादून डयूटी के लिए रवाना हुए थे। डयूटी के दौरान 19 अगस्त को अचानक बुखार आने पर उन्होंने कंपनी कमांडर को जानकारी दी। 21 अगस्त को प्लाटून कमांडर का कोरोना सैंपल लिया गया। जिसमें वह पॉजिटिव पाए गए थे। 22 अगस्त को हालत ज्यादा बिगड़ने पर देहरादून के निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया। 23 अगस्त की देर रात प्लाटून कमांडर ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

वह अपने पीछे पत्नी व दो बेटों को रोता बिलखता छोड़ गए। उधर, सेनानायक सुखवीर सिंह ने कहा कि पीएसी अधिकारी के निधन की खबर बेहद दुखद है। उकने परिवार को देहरादून भेज दिया गया है। जहां विभागीय सम्मान के साथ सलामी देने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।

वही मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 46 वीं वाहिनी पीएसी के प्लाटून कमांडर शिवराज सिंह राणा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि स्वर्गीय  राणा इस कठिन दौर में जनसेवा करते हुए कोरोना संक्रमित हुए थे। कोरोना योद्धा राणा के बलिदान को नमन करते हुए मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार स्वर्गीय शिवराज सिंह राणा के परिवार के साथ है।

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