टनकपुर: इस बात से तो कोई इनकार नहीं कर सकता है कि एक बच्चे को जितना उसके माता-पिता समझते हैं, उतना कोई नहीं समझ सकता। एक बच्चे के लिए क्या सही है और क्या गलत इस बात का फैसला मां-बाप से बेहतर शायद ही कोई कर सकता हो। और एक बच्चा भी अपने आप को सबसे ज़्यादा सुरक्षित अपने माँ बाप की गोद को ही समझता है।
लेकिन एक कलयुगी बाप ने इसके विपरीत ही अपना रूप दिखाया है। उत्तराखंड के टनकपुर में सामने आई दिल दहला देने वाली वारदात सुनकर हर कोई स्तब्ध है। टनकपुर शहर के वार्ड चार निवासी दो साल के मासूम सोनू की मौत दवा के रिएक्शन से नहीं बल्कि सौतेले बाप के उसके सीने पर लात मारने से हुई थी। आरोपी ने बेटे की हत्या के बाद पत्नी को भी जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने की हिदायत दी थी। आरोपी बाप नरेश ने किसी और वजह से नहीं बल्कि मासूम के रोने की वजह से सौतेले मासूम बेटे की हत्या की। आरोपी के गुस्से में सीने पर लात मारने के बाद सोनू 24 घंटे तक तड़पता रहा, लेकिन पत्नी के कहने के बाद भी नरेश उसे उपचार के लिए अस्पताल नहीं ले गया।
पुलिस ने मासूम की मां से पूछताछ के बाद हत्या के रहस्य का पर्दाफाश कर दिया । पुलिस ने आरोपी सौतेले बाप को गिरफ्तार कर अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया है। बता दें कि रविवार को शहर के वार्ड संख्या चार निवासी नरेश कुमार के दो वर्षीय बेटे सोनू की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। परिजन सोनू को अचेत अवस्था में संयुक्त चिकित्सालय लेकर पहुंचे तो वहां चिकित्साधिकारी डॉ. निहाल अख्तर ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन मासूम के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे कि इस बीच किसी ने पुलिस को सोनू के सौतेले बाप नरेश के ही मासूम की हत्या करने सूचना दे दी।
इसके बाद पुलिस ने मां से पूछताछ की तो उसने पति के ही मासूम की हत्या करने का राज खोल दिया। पुलिस ने मासूम सोनू के शव को कब्जे ले लिया। थानाध्यक्ष जसवीर सिंह चौहान ने बताया जांच पड़ताल में सौतेले बाप नरेश कुमार के ही मासूम की हत्या करने की बात सामने आई है। बेटे की हत्या के बाद आरोपी नरेश भागने की फिराक में था, लेकिन पुलिस ने उसे बनबसा सैनिक छावनी की आफिसर्स कॉलोनी के पास से गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपी को आईपीसी की धारा 302 और 506 के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।