देखिए क्या लिखा हरीश रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत के बारे में…
कल श्री त्रिवेंद्र सरकार ने दो अच्छे फैसले लिये, उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को 25% किराया राशि का भुगतान जो ₹.1000 तक का होगा और दूसरा उपनल के माध्यम से भर्ती का।
मैं थोड़ा सा और जोड़ना चाहता हूं यदि इस राशि को बढ़ाकर इस लीन पीरियड के लिये, जो शायद कारोना के रहते लंबा भी चल सकता है। आप 8% छूट को और बढ़ाईये इसे 33% करिये और 17% छूट या सब्सिडी होटलियर्स दें और इस पैकेज में ऑक्सीजन रिचार्जिंग अर्थात हमारे जंगलों में कुछ स्थानों को चिन्हित किया जाए। जहां दिन में लोगों को लंच और चाय के लिये वहां ले जाकर, उनको ऑक्सीजन रिचार्ज की जाय और मैं समझता हूं कोरोना से पीड़ित और अब स्वस्थ हो चुके लोग बड़ी संख्या में उत्तराखंड की तरफ रुख करेंगे।
मेरा राज्य सरकार को सुझाव है कि उपनल से भर्ती जरूर करियेगा मगर भाई-भतीजावाद से उपनल को बचाकर के रखियेगा, भाजपा के मामले में भाई-भतीजावाद का डर बना रहता है। एक और अच्छा निर्णय लिया गया है, जौनसार भाबर में वर्ग-3 और वर्ग-4 की जमीनों के नियमितीकरण का, वर्ष 2016 में हमारी सरकार ने वर्ग-3, वर्ग-4 और जो कई उप वर्ग हैं। जमीनों के तराई भाबर और हरिद्वार में, दूसरे पहाड़ों में उनके नियमितीकरण का और हमने उसमें कब्जेदारी की भूमि को भी सम्मिलित किया था।
बंगालियों एवं बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों को इसका लाभ मिला था। हमने पहाड़ों में कई स्थानों पर हरिग्राम हैं, गांधीग्राम हैं, इंदिरा ग्राम हैं, जहां हमारे दलित भाई आबाद हैं उनके नियमितीकरण का भी फैसला लिया था। हमने नजूल भूमि का भी नियमितीकरण का फैसला लिया था। सरकार जहां जौनसार भाबर के लोगों को वर्ग-3, वर्ग-4 की जमीन के नियमतीकरण के फैसले के लिये बधाई। वहीं वर्ग-3, 4 शेष जगह नियमितीकरण और विशेष तौर पर नजूल की भूमि का नियमतिकरण में जो शिथिलता बरती जा रही है। मैं समझता हूं वो गलत है, वर्ष 2016 से वर्ष 2020 की दूरी काफी लंबी होती है, बड़ा टाइम लगा रहे हैं त्रिवेंद्र सिंह जी आप चलने में।