दिवाली जो की हिंदुओ का सर्वश्रेष्ठ त्योहार है। जिसे भारत मे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार पांच दिनों के लिये देश मे त्योंहारिक वातावरण लेकर आता है। जिसका प्रारंभ धनतेरस के त्योहार से होता है। धनतेरस का त्योहार भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिये मनाया जाता है।
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इस वर्ष यह त्योहार ‘धनतेरस’ 12 नवंबर दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है। घरों में बर्तन और सोना-चांदी व मोटर गाड़ियों की खरीदारी करते हैं और इस दिन लोग कुबेर के अलावा देवता यम की भी पूजा का भी करते हैं, जिसके पीछे मान्यता है कि इनकी पूजा से घर में असमय मौत का भय नहीं रहता है।
जाने धनतेरस की पूजा का शुभ मुहूर्त…
इस बार धनतेरस का शुभ मुहूर्त सुबह 5:59 से 10:06 बजे तक इसके बाद सुबह 11:08 से दोपहर 12:51 बजे तक ओर दोपहर 3:38 मिनट से शाम 5:00 बजे तक’धनवंतरि’ की भी पूजा की जाएगी
जाने क्यों मानते हैं धनतेरस का त्योहार…
दिवाली के सबसे पहले त्योहार धनतेरस’ सुख, धन और समृद्धि का त्योहार माना जाता है इस दिन ‘धनवंतरि’ की पूजा की जाती है ‘धनवंतरि’ चिकित्सा के देवता भी हैं इसलिए उनसे अच्छे स्वास्थ्य की भी कामना की जाती है। पुराणों के मुताबिक जब देवताओं और राक्षसों के बीच समुद्र मंथन हुआ तब समुद्र से चौदह रत्न निकले थे, जिसमें से एक रत्न अमृत था। भगवान विष्णु देवताओं को अमर करने के लिए ‘धनवंतरि’ के रूप में प्रकट होकर कलश में अमृत लेकर समुद्र से निकले थे, इसलिए कहा जाता है कि ‘धनवंतरि’ की पूजा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।