कोटद्वार: कोटद्वार शहर अपनी बहुत सारी विषेताओं के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड राज्य में यह शहर राजनीति के धुरंधरों की कार्यस्थली के साथ राजनीति के धुरंधरों को पटखनी देने के लिए भी जाना जाता है। ऐसा ही एक मौका पूर्व मंत्री और कोटद्वार मेयर को पूर्व तब मिला जब नगरनिगम ने कोटद्वार में टैक्स लगाने की घोषणा की।

लेकिन कुछ समय बाद राज्य सरकार ने सभी नये नगरनिगम को 10 साल तक टैक्स मे छूट देने का अध्यादेश जारी कर दिया। लेकिन शायद पूर्व मंत्री और मेयर को इसकी जानकारी नही मिली और वे टैक्स के इस हथियार को को भुनाने जनता के दरबार मे पहुंच गये।

मामला नगर निगम कोटद्वार ने मेयर के नेतृत्व में और पूर्व मंत्री के आशीर्वाद से खुद ही गृहकर आदि टैक्स लगाने का प्रस्ताव पास किया है तो फिर कांग्रेसी मेयर हेमलता नेगी और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा राजनीतिक नौटंकी क्यों कर रहे हैं ?

ये भी पढ़ें: हरीश के राजनीतिक संन्यास पर बोले बंशीधर भगत, ना तो राहुल पीएम बनेंगे और ना ही हरीश रावत संन्यास लेंगे

25 फ़रबरी 2020 को कोटद्वार नगर निगम में एक प्रस्ताव लाया गया जिसके द्वारा मेयर श्रीमती हेमलता नेगी और काँग्रेस के पार्षदों ने नगर क्षेत्र में सम्मिलित नए क्षेत्रों पर संपति कर थोपने का प्रस्ताव पारित किया। (नगर निगम की इस बोर्ड बैठक का भाजपा पार्षदों द्वारा बहिष्कार किया था)।

पूर्व मंत्री और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती हेमलता नेगी आजकल उस कर के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं जिसको लगाने का प्रस्ताव उनके बोर्ड द्वारा ही पारित किया था।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here