देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही आज 325 अफसर भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। साथ ही 70 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। उप सेना प्रमुख लेफ्टीनेंट जनरल एसके सैनी ने परेड की सलामी ली। सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ।

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उसके बाद 8 बजकर 50 मिनट पर एडवांस कॉल के साथ ही सेना का हिस्सा बने जवान परेड के लिए पहुंचे। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से हर कोई मंत्रमुग्ध हो गया। युवा सैन्य अधिकारियों के अंतिम पग भरते हुए असमान से हेलीकाप्टरों के फूल बरसाए गए।उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा।

वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। मज्जी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत और शिखर थापा को कांस्य पदक मिला। जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला।

 

वही इस बार भी पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के कैडेटों की संख्या भले ही सबसे अधिक 50 है, मगर इसकी तुलना वहां की आबादी के हिसाब से करें तो भारतीय सेना को जांबाज देने में अपना उत्तराखंड ही अव्वल नजर आता है। इस बार हरियाणा के 45 कैडेट पास आउट हो रहे हैं। इसके अलावा बिहार के भी 32 कैडेट पास आउट हो रहे हैं। इसके अलावा आंध्रप्रदेश से 6, अरुणाचल प्रदेश में 1, असम से 6, चंडीगढ़ से 4 छत्तीसगढ़ से 2, दिल्ली से 13, गुजरात से 4, हिमाचल प्रदेश से 10, जम्मू-कश्मीर से 11, झारखंड से 6, कर्नाटक से 5, केरल से15, नेपाल से 4, मध्य प्रदेश से 12, महाराष्ट्र से 18, मणिपुर से 3, मिजोरम से 2, ओडिसा से 4, पंजाब से 15, राजस्थान से 18, तमिलनाडू से 6, तेलंगाना से 3, उत्तरप्रदेश से 50, पश्चिम बंगाल से 6 कैडेट पास आउट होंगे।

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