देहरादून : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की सदस्य एवं प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी नें विज्ञप्ति के माध्यम से राज्य सरकार पर हमला बोला है।
दसौनी नें कहा कि प्रणव सिंह चैंपियन पर उन्हीं के मुनीम द्वारा आरोप लगाते हुए जो विडियो सोशल मिडिया पर छाये हुए हैं वह हतप्रभ करनें वाले है। उन विडियो में खानपुर से भाजपा विधायक प्रणब चैंपियन के मुनीम उन पर डरानें धमकानें एवं जबरन संपत्ति जब्त करनें के आरोप लगा रहे है लेकिन सूबे का पुलिस महकमा सुप्त अवस्था में है।
यहां तक की स्वयं मुख्यमंत्री एवं सरकार भी पूरे प्रकरण पर मौन साधे हुए है। दसौनी नें कहा की सत्तारूढ़ दल का यह चरित्र बन गया है कि वह अपनें विधायको एवं मंत्रियों के कुकृत्यों को लेकर हमेशा बचाव कि स्थिति में रहता है इस से पहले भी यौन उत्पीड़न मामले में द्वाराहाट से भाजपा विधायक महेश नेगी प्रकरण में तो पहले एफआईआर दर्ज करनें में हिलाहवाली कि गयी और अब प्राथमिकि दर्ज होनें के बाद भी भाजपा अपनें विधायक के ही पक्ष में खड़ी दिखाई पड़ रही है।
विधायक को दंडित करनें के बजाये भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वाराहाट में आरोपी विधायक के साथ ना केवल मंच साझा करते हुए देखे गये बल्कि विधायक द्वारा उपहार स्वरूप दिये गये चांदी के मुकुट को भी धारण करते हुए पाये गये। एसी सरकार से विवादों के पर्यायवाची प्रणव सिंह चैंपियन पर कोई कार्यवाही की उम्मीद करना सर्वथा बेमानी होगा दसौनी नें कहा लेकिन मुनीम व उसके परिवार पर प्रणव द्वारा किया जा रहा अत्याचार प्रथम दृष्टया गंभीर एवं अत्यंत संवेदनशील मामला है।
जिसका संज्ञान पुलिस प्रशासन एवं सरकार को शीघ्र-अतिशीघ्र लेकर जांच शुरू करनी चाहिये जिससे किसी बड़ी अनहोनी को टाला जा सके। दसौनी नें यह भी कहा कि मुनीम के सोशल मीडिया पर जो विडियो वायरल हो रहे हैं वो मार्मिक होनें के साथ-साथ किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हैं। दसौनी नें सरकार को ललकारते हुए कहा कि शायद त्रिवेन्द्र रावत सरकार की सच्चाई यही है की उनके भाषण ही शासन हैं। बड़े-बडे़ नारे देनें वाली पार्टी आज सुशासन के मामले में पूरी तरह विफल रही है। सत्तासीन दल के ही विधायको नें जनता का शोषण कर रखा है।