देहरादून: पार्टी हाईकमान और विधायक दल की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड के नए सीएम होंगे उसके बाद से जो सीनियर लीडर है उनकी नाराजगी की खबरें आ रही है जिनमें सतपाल महाराज हराक सिंह नाराज बताए जा रहे हैं वही अब सीनियर मंत्री और विधायक विशन सिंह चुफाल भी नाराज है , मंत्री चुफाल ने फोन कर प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक से जताई अपनी नाराजगी सूत्रों के हवाले से खबर मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने से पहले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से करनी चाहिए थी रायशुमारी उनके अनुसार इस फैसले को लेकर पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं से नहीं कि कोई वार्ता साफ है विशन सिंह चुफाल पांच बार के विधायक हैं और पार्टी के कई वरिष्ठ पदों पर रह चुके हैं साथ ही सरकार में मंत्री भी रहे हैं ऐसे में उनसे जूनियर विधायक को सीएम बनाया जाने से नाराजगी फूट रही है हालांकि विशन सिंह चुफाल के अलावा हरक सिंह रावत सतपाल महाराज समेत बड़ी संख्या में बीजेपी के विधायकों को इस फैसले को पचाने में परेशानी हो रही है लेकिन इन तमाम लोगों की नाराजगी के बावजूद पार्टी अपना फैसला शायद ही बदलेगी।
सूत्र बताते हैं कि अगर नाराजगी इसी तरीके से बनी रहे तो आज शाम 5:00 बजे राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में कई सीनियर मंत्री शपथ लेने नहीं जाएंगे और अगर इतनी नाराजगी के बाद भी शपथ लेने चले गए तो फिर उनकी राजनीति के क्या हाल होंगे वह आप भी समझ सकते हैं हालांकि बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल करना शुरू तो कर दिया है बताया जा रहा है कि मंत्री सतपाल महाराज को राजनाथ सिंह ने फोन कर उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन सतपाल महाराज कितना समझ पाए होंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा लेकिन उनकी नाराजगी सातवें आसमान पर है ऐसा ही हालात मंत्री हरक सिंह यशपाल आर्य और विशन सिंह चुफाल के लिए है सवाल यह भी है क्या इन तमाम फैसलों से बीजेपी ने यह साफ कर दिया है कि कांग्रेस से बीजेपी में आए तमाम नेताओं के लिए उनके यहां सीएम की वैकेंसी कभी खाली नहीं होगी और अगर ऐसा हुआ तो चुनाव से पहले भाजपा तैयार रहे एक बड़ा विरोध भाजपा के अंदर हो सकता है जो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है अब देखना दिलचस्प होगा की इन तमाम नेताओं की नाराजगी को क्या आलाकमान कम करने की कोशिश करेगा या फिर यह तमाम नेताओं को फिर अपने लिए कोई दूसरा रास्ता ढूंढना होगा।