हरिद्वार:  भारतीय जनता पार्टी की विजय संकल्प यात्रा व  रोड शो में उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुटने पर नाराज भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बीच में ही रोड शो को खत्म करके दिल्ली रवाना हो गए ।

विजय संकल्प यात्रा व रोड शो में अपेक्षित भीड़ नहीं जुटने को लेकर भाजपा दिग्गजों के बीच जारी शीत युद्ध को अहम कारण माना जा रहा है। पीएम मोदी की 5 नवंबर को दून रैली के बाद हरिद्वार में जेपी नड्डा की मौजूदगी में विजय संकल्प यात्रा को चुनावी अभियान के लिहाज से बहुत खास माना जा रहा था।
नड्डा के कार्यक्रम का हरिद्वार से सांसद व पूर्व सीएम निशंक, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद मुख्य रूप से प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

इस रोड शो को लेकर बड़े-बड़े दावे भी किए गए थे।   जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्य्क्ष जेपी नड्डा पंतदीप में विजय संकल्प रैली के उदघाटन के लिए पहुँचे तो  तो वहां लगभग डेढ़ दो हजार लोग ही जुट पाए थे । इनमें भी  काफी लोग खाना नहीं मिलने व नड्डा के देरी से आने की वजह से आयोजन  स्थल से खिसक लिए।

इधर, पंतद्वीप में विजय संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाने के बाद आहूत रोड शो में लोगों की संख्या और कम हो गयी।  रोड शो में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम निशंक, स्वामी यतीश्वरानंद के अलावा हरिद्वार जनपद के भाजपा विधायक शामिल हुए ।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने अपने एक समर्थक के होटल के बाहर सड़क किनारे बड़ा मंच बनवाया था और जहां पर रोड शो का समापन होना था । यहीं पर जेपी नड्डा को जनसभा करनी थी। इस बीच, ललतारौ पुल के बीच में कई भाजपा कार्यकर्ता चुनावी रथ के पास पहुंच गए। और नड्डा के स्वागत में खड़े हो गए। कार्यकर्ताओं के जमे रहने केकारण नड्डा का रथ आगे नहीं बढ़ सका। कौशिक लगातार कार्यकर्ताओं से रास्ता देने को कहते रहे। इस बीच, जेपी नड्डा ललतारो पुल के बीच में संबोधन कर रोड शो को खत्म कर वापस दिल्ली चले गए। रोड शो के अचानक समापन से कई भाजपा समर्थक मायूस भी हुए। जबकि पहले से तय समापन स्थल शिवमूर्ति चौक पर भाजपा कार्यकर्ता जेपी नड्डा का इंतजार कर रहे थे। रोड शो हरकी पैड़ी से शिवमूर्ति चौक तक होना था। हालांकि, बाद में निशंक व कौशिक शिवमूर्ति चौक तक पहुंचे।

इस बीच, प्रदेश अध्यक्ष कौशिक के समर्थकों का कहना है कि अन्य पार्टी विधायक अपने विधानसभा इलाके से समर्थकों को नहीँ लाये।
बहरहाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की मौजूदगी में विजय संकल्प यात्रा व रोड शो के जरिये भाजपा ने अपने विधानसभा चुनाव अभियान को जिस शक्ति से आगे बढ़ाना था। उस शक्ति का खासा अभाव दिखा। हरिद्वार में पार्टी के दिग्गजों के बीच जारी वर्चस्व की जंग में प्रदेश अध्यक्ष कौशिक की विधानसभा में नड्डा के कार्यक्रम को राजनीतिक धार नहीं दी जा सकी।

शनिवार के कार्यक्रम के बाद नेता एक दूसरे के सिर और ठीकरा फोड़ते नजर आ रहे हैं। हरिद्वार भाजपा के लिए यह खतरे की घण्टी माना जा रहा है।

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