ऋषिकेश : अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या के साथ संबंधों को लेकर सुर्खियों में आए पटवारी वैभव प्रताप सिंह अचानक मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा इस मामले में मेरी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। अंकिता की हत्या को लेकर अगर मैं दोषी हूं तो मुझे सजा मिलनी चाहिए। मैंने इस मामले में जो मेरी ड्यूटी थी पूरी तरह निभाई।
अंकिता भंडारी की हत्या के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या के साथ संबंध को लेकर क्षेत्र के पटवारी वैभव प्रताप सिंह का नाम सुर्खियों में रहा है। इंटरनेट मीडिया पर बीते रोज उनकी गिरफ्तारी की खबरें भी तेजी के साथ प्रसारित हुई। जबकि आधिकारिक रूप से पुलिस अधिकारियों का कहना था कि पटवारी से आवश्यक पूछताछ की जा रही है।
शनिवार की दोपहर पटवारी वैभव प्रताप सिंह अचानक मीडिया के सामने आए। एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरी गिरफ्तारी हुई है या नहीं यह मेरी वर्तमान स्थिति को देखकर समझा जा सकता है। मेरी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। अंकिता की हत्या के मामले में अगर मैं दोषी हूं तो मैं शत प्रतिशत सजा का हकदार हूं।
पटवारी वैभव प्रताप ने कहा कि अंकिता की गुमशुदगी के मामले में यह कहना कि मैंने कोई कार्रवाई नहीं की इसमें सच्चाई नहीं है। पुलकित ने मुझे फोन पर सूचना दी थी, मैंने उससे अंकिता के घर का नंबर मांगा था मगर नहीं मिला। पुलकित से आधार कार्ड लेने के बाद उसे हमने अपने लेखपाल के ग्रुप में शेयर कर दिया। जिसके बाद श्री कोर्ट के लेखपाल ने बताया कि अंकिता के पिता इस गांव के रहने वाले हैं। वहां के पटवारी से ही अंकिता के पिता का नंबर लिया गया।
उनसे बात करने से पहले ही उनके पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी का फोन उनको आ गया था। पटवारी वैभव प्रताप ने यह भी सफाई दी कि मेरी तरफ यह कहा गया था कि 24 घंटे से पहले गुमशुदगी के मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकती है। 19 सितंबर की रात को उन्होंने अपना दायित्व निभाया। मेरा इस मामले में दूर-दूर तक कोई संबंध नहीं है।
वैभव प्रताप ने कहा कि वह हर जांच के लिए तैयार हैं। इंटरनेट मीडिया उन्हें दोषी ठहरा रहा है। मैं पिछले साढे चार साल से यमकेश्वर में कार्यरत हूं और महिलाओं के प्रति में विशेष सम्मान रखता हू। वैभव प्रताप के मुताबिक उनकी पुलकित से ज्यादा बातचीत नहीं थी। सिर्फ राजस्व संबंधी कार्यों को लेकर बात होती थी। मुझे पुलकित की क्राइम हिस्ट्री कोई रही होगी तो इसकी भी जानकारी नहीं थी।
उन्होंने बताया कि मैं उसके रिसॉर्ट में जब भी गया तो काम से ही गया था। कभी एनजीटी की टीम के साथ तो एक बार चोरी की घटना को लेकर वहां जाना हुआ। वैभव प्रताप का यह भी कहना है कि रिसॉर्ट में जो बुलडोजर चला गया उसकी भी उनको जानकारी नहीं है।
हालांकि पटवारी वैभव प्रताप सिंह की बातों में कितनी सच्चाई है यह तो अब एसआईटी की जांच के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन इस बात में भी सच्चाई है कि इंटरनेट मीडिया पर इस घटना के बाद पुलकित आर्य के साथ वैभव प्रताप की साथ में फोटो भी तेजी के साथ प्रसारित हुई थी।