हरिद्वार: जवाहर नवोदय विद्यालय रोशनाबाद में कक्षा दस के छात्र के पास से विद्यालय प्रशासन ने एक देसी तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। तमंचा कक्षा 12 के छात्र को आतंकित करने के लिए लाया गया था। सिडकुल पुलिस ने विद्यालय के प्राचार्य की शिकायत पर कक्षा दस के एक छात्र के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

पुलिस के अनुसार मंगलौर क्षेत्र के गांव निवासी कक्षा दस का छात्र गुरुवार को विद्यालय लौटा था। छात्र अपने साथ एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस लेकर आया था। तमंचा अपने दोस्त के बॉक्स में रख दिया था। दोस्त ने तमंचा देख अपने परिजनों को मामला बताया। शुक्रवार सुबह परिजन विद्यालय पहुंचे और प्राचार्य को मामला बताया।

प्राचार्य ने डीएम को जानकारी दी। इसके बाद डीएम के आदेश पर चार सदस्यीय कमेटी ने आरोपित छात्र के दोस्त के बॉक्स से तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि प्राचार्य महेंद्र सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। छात्र को न्यायिक किशोर बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।

लापरवाही विद्यालय में किसी ने चेक नहीं किया था छात्र का बैग
जवाहर नवोदय विद्यालय में छात्र के पास से देसी तमंचा और जिंदा कारतूस मिलना कहीं ना कहीं विद्यालय प्रबंधन की लापरवाही भी दर्शा रहा है। दो नवंबर को छात्र अपने घर से विद्यालय पहुंचा था। यहां पर न तो विद्यालय परिसर और न ही उनके अध्यापकों ने छात्र के बैग की तलाशी ली थी।

पुलिस के मुताबिक करीब डेढ़ माह पहले कक्षा 12 के छात्र ने उसकी पिटाई कर दी थी। तभी से छात्र की रंजिश चली आ रही है। प्राचार्य और जांच समिति की पूछताछ में छात्र बार-बार अपना बयान बदल रहा है। छात्र का कहना है कि वह उसे मारने के लिए तो दूसरी तरफ आतंकित करने के लिए तमंचा लाया था।

सीनियर छात्र को गोली मारने के इरादे से खरीदे गए देसी तमंचे को झबरेड़ा से खरीदने के दौरान आरोपी जूनियर छात्र ने मौके पर हवाई फायर कर उसकी टेस्टिंग भी की थी। हर कोई इस बात का शुक्र मना रहा है, वरना कोई बड़ा हादसा हो सकता था। कई माह पूर्व सीनीयर छात्र ने विवाद होने के चलते जूनियर छात्र की पिटाई कर दी थी, तब से ही जूनियर छात्र गुस्से में था।

बदला लेने के लिए उसने उसे गोली मारने की ठान ली। दीपावली की छुट्टियों में अपने गांव गए छात्र ने अपने एक दोस्त को वाकया बताया। दोस्त उसे झबरेड़ा क्षेत्र के एक गांव में ले गया । जहां उसने छात्र को 4800 रुपये में देसी तमंचा दिलवाया । छुट्टियां खत्म होने पर छात्र तमंचा लेकर स्कूल गया लेकिन सीनियर छात्र उसे नहीं मिला।

उसने तमंचे की जानकारी अपने एक दोस्त को दे दी, तभी स्कूल प्रबंधन को छात्र की साजिश का पता चल सका। बकौल प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल कि सीनियर छात्र को गोली मारना उसका मकसद था ।

खौफजदा है सीनियर छात्र: जिस छात्र को गोली मारने के लिए दसवीं का छात्र तमंचा लाया था, वह दहशत में है। स्कूल प्रबंधन छात्र को संभालने में जुटा है।

छात्र की शिकायत आने के बाद स्कूल में छानबीन की गई। अपने उच्चाधिकारियों को बताने के बाद पुलिस में शिकायत की गई है। छात्र 2018 में स्कूल में आया था। दस्तावेज में छात्र के पिता ने अपना व्यवसाय कृषि बताया है। माता गृहिणी हैं। कक्षा छह में छात्र का दाखिला हुआ था।
महेंद्र सिंह, प्राचार्य

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