देहरादून: क्रिकेटर ऋषभ पंत का कल सुबह तड़के दिल्ली से रुड़की आते वक्त नारसन बॉर्डर पर गंभीर सड़क हादसा हो गया। जिसमें ऋषभ पंत घायल हो गए थे। पहले उन्हें रुड़की के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया उसके बाद हायर सेंटर देहरादून के मैक्स अस्पताल में उनको एडमिट किया गया है। जहां कि उनका इलाज चल रहा है।

पहले यह बताया जा रहा था कि ऋषभ पंत की दुर्घटना नींद की झपकी आने के कारण हुई है। लेकिन अब इस दुर्घटना में नया मोड़ सामने आया है। डीडीसीए के निदेशक श्याम सुंदर शर्मा ने नया खुलासा करते हुए कहा है कि ऋषभ पंत की कार गड्ढा बचाने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुई है।

अब बड़ा सवाल यह है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कुछ समय पहले 22 अक्टूबर को अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि 1 सप्ताह के अंदर उत्तराखंड में गड्ढा मुक्त सड़क होनी चाहिए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर गड्ढा मुक्त सड़कों की स्टेट्स रिपोर्ट तलब की थी। उन्होंने कहा कि सुगम और सुरक्षित यात्रा जनता का अधिकार है और जनसुविधाओं का ध्यान रखना सरकार का सबसे बड़ी प्राथमिकता है। की बात कही थी।

लेकिन इस दुर्घटना में कहीं न कहीं उत्तराखंड सरकार की पोल खोल दी है। और बड़ा सवाल यह है कि जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 1 सप्ताह का वक्त और अधिकारियों को निर्देश दिए थे तो आखिरकार उत्तराखंड की सड़कें अभी तक गड्ढा मुक्त क्यों नहीं हुई है? और अगर मैं हुई है तो फिर इस दुर्घटना ऋषभ पंत ने गड्ढा बचाने की वजह क्यों बताई है।

भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत की दुर्घटना के बाद अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या उत्तराखंड सरकार इस दुर्घटना के बाद सबक लेते हुए उत्तराखंड की सड़कों को गड्ढा मुक्त करेगी। या फिर यूं ही हवा हवाई बातों में ही गड्ढा मुक्त सड़कें होंगी। या फिर धरातल पर भी गड्ढा मुक्त होगी। यह देखने वाली बात होगी।

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