हरिद्वार: प्रदेश के बहुचर्चित यूकेएसएसएससी परीक्षा घोटाले के मास्टरमाइंड हाकम सिंह की हरिद्वार में चिन्हित की गई संपत्ति को आखिरकार गैंगस्टर एक्ट में कुर्क कर लिया गया है। उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल की रिपोर्ट पर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने हरिद्वार तहसीलदार को इस संपत्ति का रिसीवर नियुक्त किया है।

एसटीएफ की छानबीन में सामने आया था कि नकल माफिया हाकम सिंह ने परीक्षा घोटालों से प्रदेश भर में करोड़ों की जायदाद बनाई और हरिद्वार से लेकर देहरादून व उत्तरकाशी आदि जिलों में बेशकीमती संपत्तियां खरीदी।

शिकंजा कसने के लिए हाकम के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में भी मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसकी जांच उत्तराखंड एसटीएफ के इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा को सौंपी गई थी।

अवैध कमाई से अर्जित की गई संपत्ति की खोजबीन के दौरान हाकम की हरिद्वार के रानीपुर झाल क्षेत्र में भी एक प्लॉट होने की जानकारी एसटीएफ को मिली थी।

छानबीन में सामने आया है कि यह संपत्ति हाकम सिंह ने बिल्केश्वर कॉलोनी निवासी वासुदेव अग्रवाल से खरीदी थी। विवेचक इंस्पेक्टर कुंदन सिंह राणा ने संपत्ति जब्त करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी देहरादून को भेजी थी।

जिलाधिकारी देहरादून की कार्रवाई का हवाला देते हुए उत्तराखंड एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने जिलाधिकारी हरिद्वार को पत्र भेजा। जिसके आधार पर जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने हरिद्वार तहसीलदार को इस संपत्ति का रिसीवर नियुक्त कर दिया है।

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