नैनीताल : पिता नाव चलाते हैं, घर परिवार की गुजर बसर के लिए मम्मी भी घरों में काम करती है। बेटी ने माता-पिता की मेहनत को देखते हुए खुद भी पढ़ाई में मेहनत की और अटल आदर्श जीजीआइसी नैनीताल में 12वीं परीक्षा में 72.2 प्रतिशत अंक के साथ दूसरा स्थान प्राप्त कर सुख सुविधा में पढ़ाई करने वाले बच्चों को आइना दिखा दिया।
अब बेटी का सपना बड़े होकर फ्लाइंग अफसर बनने का है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए खूब मेहनत करेगी। शहर के स्टोनल कंपाउंड निवासी सुनीता व महेंद्र कुमार की बेटी मीनाक्षी की सफलता के बड़े मायने हैं। वह स्टोनले में परिवार के साथ टिनशेड में रहती है।
बचपन से ही मेधावी मीनाक्षी ने कभी नहीं सोचा था कि जीजीआइसी में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होगी। जीजीआइसी में 12वीं में 43 छात्राएं पंजीकृत थी। जिनमें से 31 उत्तीर्ण हुई हैं। नौ की कंपार्टमेंट आई है और तीन अनुत्तीर्ण हैं।
इधर बिड़ला विद्या मंदिर के कर्मचारी चंद्रप्रकाश खन्ना व आनंदी देवी की बेटी तराना ने 77 प्रतिशत अंक हासिल कर नाम रोशन किया है। मूल रूप से स्याल्दे ब्लाक के कलिया लिंगूरा निवासी तराना परिवार में सबसे छोटी संतान है। मेविला कंपाउंड निवासी संध्या बोहरा पुत्री प्रेम सिंह बोहरा ने 74.2 प्रतिशत अंक हासिल कर दूसरा जबकि काजल आर्या ने 73.8 प्रतिशत अंक हासिल कर तीसरा स्थान प्राप्त किया।
जीजीआइसी में सीबीएसई बोर्ड लागू होने के बाद पहली बार दसवीं परीक्षा में छात्राओं ने उम्दा परीक्षाफल देकर गुरुजनों को उत्साह से लबरेज कर दिया। शिक्षिका प्रेमा फत्याल बताती हैं कि दसवीं में कुल 49 छात्राओं में से 34 ने परीक्षा उत्तीर्ण की।
कृष्णापुर निवासी राजभवन गोल्फ कोर्स में कर्मचारी मोहन सिंह भंडारी व जीवंती भंडारी की छोटी बेटी हर्षिता ने 75.6 प्रतिशत अंक हासिल कर विद्यालय टाप किया जबकि बानी आर्य ने 72.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरा व मनीषा जोशी ने 69.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। प्रधानाचार्य रेखा नेगी के अनुसार पहली बार सीबीएसई बोर्ड में बेहतर नतीजों की वजह शिक्षिकाओं की मेहनत रही।