देहरादून : उत्तराखंड में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। नगर पंचायत ऊखीमठ में बंदरों के आतंक से परेशान लोगों मुख्यमंत्री पुष्कर धामी को ज्ञापन भेजकर आवश्यक कार्यवाही की मांग की है। यदि शीघ्र बंदरों के आतंक से निजात दिलाने के लिए कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं होती, तो उन्हें नगर में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
नगर पंचायत उखीमठ की महिलाएं एवं पुरुष हाथ पर बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की तख्ती लेकर तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां नगर वासियों ने नगर में बंदरों के आतंक से परेशान होकर एसडीएम जितेन्द्र वर्मा ने माध्यम से सीएम पुष्कर सिंह धामी को भेजे ज्ञापन में कहा कि नगर में आए दिन बंदरों के काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
नगरवासियों ने कहा कि लोगों में बंदरों का खौफ इतना है कि उनका घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। नगर के रास्तों पर आवाजाही करने वाले बच्चे, बुजुर्ग एवं महिलाओं पर सबसे ज्यादा हमले हो रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। नगर में बंदरों के हमले की सर्वाधिक घटनाएं ओंकारेश्वर मंदिर मार्ग, राइका ऊखीमठ, मुख्य बाजार एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निकट हो रही हैं।
लोगों ने बताया कि स्कूली बच्चों को विद्यालय भेजना और वापस लाना किसी खतरे से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि बंदरों द्वारा किसानों की फसलों को बर्बाद किया जा रहा है, जिससे खेती करने से मोहभंग हो रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता विजेंद्र नेगी ने कहा कि बंदरों के काटने की घटनाएं प्रत्येक दिन हो रही हैं। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर कार्यवाही न होने पर उग्र धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा।
इस मौके पर केदारसभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, पूर्व नगर अध्यक्ष रीता पुष्पवान, सभासद प्रदीप धर्मवान, महिला मंगल दल अध्यक्ष आरती देवी, विजेंद्र नेगी, यशपाल शैव, बबिता भट्ट, कुब्जा धर्मवान, श्याम सिंह बिष्ट, महावीर नेगी समेत बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।