चमोली: उत्तराखंड के चौथे धाम बदरीनाथ मंदिर के कपाट कल रविवार चार मई को खुलने जा रहे है, जिसको लेकर तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी है. कपाट खुलने की प्रक्रियाओं के तहत आज शनिवार तीन मई को भगवान उद्धव और गरुड़ उत्सव डोलियां के अलावा आदि गुरु शंकराचार्य जी गद्दी परम्परा अनुसार बदरीनाथ धाम पहुंच गई हैं. जबकि भगवान कुबेर जी की उत्सव डोली रात्रि प्रवास के लिए बामणी गांव स्थित मां नंदा देवी मंदिर में पहुंच गई है.
बदरीनाथ धाम के कपाटोत्सव के लिए बीकेटीसी (बदरी केदार मंदिर समीति) की ओर से भगवान बदरी विशाल के मंदिर को 15 कुंतल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. सुबह 6 बजे भगवान बदरी विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे.
श्री बदरीनाथ धाम कपाट खुलने का कार्यक्रम..
कपाट खुलने की तिथि 4 मई 2025
4 मई सुबह चार बजे मंदिर समिति अधिकारी कर्मचारी मंदिर परिक्रमा में उपस्थित होंगे
इसके बाद सुबह 4.30 बजे श्री कुबेर जी दक्षिण द्वार से मंदिर परिक्रमा में प्रवेश करेंगें.
5 बजे सुबह विशिष्ट अतिथि गण और रावल, धर्माधिकारी, वेदपाठी, हक-हकूकधारी, डिमरी पंचायत प्रतिनिधि मंदिर परिक्रमा में पहुंचेंगे.
सुबह साढे पांच बजे से द्वार पूजन शुरू हो जायेगा.
4 मई ठीक सुबह 6 बजे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट दर्शनार्थ खुलेंगे.
वहीं भगवान बदरी विशाल के कपाट खुलने के साक्षी बनने के लिए बड़ी संख्या में देश और विदेश के श्रद्धालु धाम में पहुंचने लगे है. फिलहाल बदरीनाथ धाम में जहां तीर्थयात्रियों की आवभगत के लिए होटल, रेस्टोरेंट और दुकानों का संचालन शुरू हो गया है तो वहीं बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की ओर से भंडारे का आयोजन किया जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. इसके बाद दो मई को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. वहीं अब कल चार मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे. भगवान बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद उत्तराखंड चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी.