रुड़की: हरिद्वार के रुड़की में रोडवेज बस और ईंटों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में दो मजदूरों समेत ट्रैक्टर चालक गंभीर रूप से घायल हुआ है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस और क्षेत्र वासियों ने सभी घायलों को 108 की मदद से अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां पर उनका उपचार चल रहा है।
मंगलवार की सुबह उत्तराखंड रोडवेज हरिद्वार डिपो की बस दिल्ली से ऋषिकेश जा रही थी। इसी दौरान लंढौरा की तरफ से एक ईंटों से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली रुड़की की तरफ आ रही थी। ट्रैक्टर ट्रॉली जैसे ही ढंडेरा में पहुंची तो सामने की तरफ से आ रही रोडवेज बस और ट्रैक्टर ट्रॉली की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि उसकी आवाज दूर तक सुनाई दी।
सुबह के समय गहरी नींद में सो रहे लोग टक्कर की आवाज और लोगों की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे और घायलों को निकाल कर 108 की मदद से उपचार के लिए रुड़की के सिविल अस्पताल में भिजवाया गया। इस सड़क हादसे में ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए। हादसे में ट्रैक्टर चालक और ट्रैक्टर पर सवार दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बताया गया है कि बस में सवार लोगों को भी हल्की चोटें आई हैं। वहीं हादसे में घायल ट्रैक्टर चालक और दोनों मजदूर नगला इमरती गांव के बताए गए हैं।
बताते चलें, हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर बना सोलानी नदी का पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण ये मार्ग करीब तीन महीनों से बंद पड़ा हुआ है। उसी समय से पंजाब, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश का पूरा ट्रैफिक रुड़की से लक्सर रोड से होते हुए नगला इमरती गांव से हरिद्वार बाईपास हाईवे से होते हुए हरिद्वार जा रहा है। इसी वजह से ढंडेरा में वाहनों की अत्यधिक संख्या और स्पीड होने के कारण आए दिन दुर्घटनाऐं हो रही हैं। तीन दिन पहले भी शिव मंदिर के पास एक अल्ट्रोज कार और एक्टिवा स्कूटर की टक्कर में एक्टिवा सवार व्यक्ति की दोनों टांगें फ्रैक्चर हो गई थी। उनका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था। आज दुर्घटना स्थल पर जमा भीड़ ने रोडवेज बसों को इस मार्ग पर न चलाए जाने की मांग की है। क्षेत्र वासियों का कहना है कि जब से रोडवेज और प्राइवेट बसें इस रूट पर चली हैं, तभी से यहां पर दुर्घटनाएं बढ़ी हैं।