देहरादून: कोरोना संकट को बढ़ते देख इस बार 30 अगस्त को मोहर्रम का मातमी जुलूस नहीं निकलेगा। प्रशासन ने इस संबंध में पुलिस से शांतिपूर्ण व्यवस्था बनाने के आदेश दिए हैं।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शासन की ओर से लॉकडाउन की क्रमवार समाप्ति कर नवीन मानक प्रचालन विधि (एसओपी) में वर्णित प्राविधानों के तहत किसी भी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं का एकसाथ एकत्रित होना प्रतिबंधित है।कोरोना संकट के चलते मुहर्रम जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगाया गया है। कारण कि यदि मुहर्रम जुलूस निकालने की अनुमति दी जाती है तो भारी संख्या में भीड़ जमा होने की वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।
ऐसे में आपदा प्रबंधन अधिनियम, उत्तराखंड महामारी अधिनियम और महामारी रोग अधिनियम के तहत दिए गए प्रावधानों के तहत जुलूस निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिलाधिकारी का कहना है कि आदेशों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि इस दौरान पूरे जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर मजिस्ट्रेटटों की तैनाती की गई है। जिसमें ऋषिकेश, मसूरी, विकासनगर, त्यूनी/चकराता, डोईवाला, कालसी के उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतर्क रहने को कहा गया है।
जिलाधिकारी ने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में मोहर्रम को शांतिपूर्वक संपन्न कराने को लेकर हर संभव कदम उठाएं। क्षेत्रों में साफ-सफाई की पूरी व्यवस्था करने के साथ ही तमाम व्यवस्थाओं के बारे में जिला प्रशासन को भी अवगत कराया जाए।