दिल्ली : दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। किसान नेता राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब के बाद किसान आंदोलन एक बार फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। पश्चिमी यूपी और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचना शुरू हो गए हैं। वहीं, गाजीपुर बॉर्डर को दोनों ओर से बंद कर दिया गया है। आज मुजफ्फरनगर में किसानों की महापंचायत होगी।
मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि महापंचायत के दौरान शहर के महावीर चौक से सर्कुलर रोड होते हुए सुजडू चुंगी तक का मार्ग पूरी तरह बंद रहेगा। मेरठ की ओर से आने वाले सभी वाहन हाईवे से होते हुए वाया भोपा बाईपास से शहर में प्रवेश करेंगे। वहीं, शामली और बड़ौत की ओर से आने वाले सभी वाहन भी पीनना-वहलना बाईपास होते हुए हाईवे और वहां से भोपा बाईपास होकर शहर में प्रवेश करेंगे और यहीं से होकर जाएंगे। किसी भी वाहन को वहलना चौक से सुजडू चुंगी होते हुए सरकुलर रोड से होकर शहर में घुसने की इजाजत नहीं होगी। किसानों के सभी वाहनों के लिए यही मार्ग आरक्षित किया गया है। महापंचायत में पहुंचने वाले सभी किसानों व अन्य लोगों के वाहन वहलना चौक से सुजडू चुंगी और वहां से सरकुलर रोड होते हुए महावीर चौक स्थित महापंचायत स्थल पर पहुंचेंगे और वहीं पर पार्क होंगे।
राकेश टिकैत के गांव से सिर पर पानी लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे किसान। यूपी काजमपुर गांव से किसान पानी लेकर आए हैं। उनका कहना है कि हम अपने नेता के साथ हैं। जरूरत पड़ी तो और पानी लाएंगे। वहीं इससे पहले राकेश टिकैत ने कहा कि, किसानों को फंसाया गया, लाल किले में जहां एक पक्षी भी नहीं जा सकता वहां आदमी कैसे घुस गए, इसकी जांच होनी चाहिए, जेल जाने के लिए तैयार हूं। उन्होंने ये भी कहा कि, पुलिस से कोई नाराजगी नहीं है। सरकार की साजिश का हम विरोध करेंगे, सरकार के चुने विधायक अपने गुंडों के साथ धरना स्थल पहुंचे और हम किसानों पर हमला किया।