नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह भारत के आत्मविश्वास को दिखाने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि इस बजट के दिल में गांव हैं और किसान हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा बजट पहले कभी नहीं आया जिसपर इतनी जल्दी इतने पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिले हों।
प्रधानमंत्री मोदी ने बजट को आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का नमूना बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला और दुनिया में एक नया आत्मविश्वास भरने वाला है।
इसमें हर वर्ग का समावेश है और एक विजन भी है। हिम इस बजट में जिन सिद्धातों को लेकर चले हैं वो हैं, ग्रोथ के लिए नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं को नए अवसर देना और निर्माण के लिए नए क्षेत्र विकसित करना। आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना और नए सुधार लाना। उन्होंने कहा कि इस बजट के दिल में ग़रीब और किसान हैं।
पीएम मोदी ने कहा, ‘आम लोगों के जीवन में ईज ऑफ लिविंग को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बहुत सकारात्मक बदलाव लाएगा। मैं इसके लिए निर्मला सीतारमण जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। ऐसे बजट बहुत कम देखने को मिलते हैं जिसमें शुरू को एक दो घंटे में ही इतने सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आएं।’ उन्होंने कहा, सरकार ने बजट साइज बढ़ाने पर जोर दिया लेकिन लोगों पर बोझ नहीं बढ़ाया। हमारी सरकार ने हमेशा जोर दिया है कि बजट पारदर्शी होना चाहिए।
भारत कोरोना की लड़ाई में रिएक्टिव होने के स्थान पर प्रोऐक्टिव रहा है। चाहे कोरोना के संबंध में किए गए सुधार हों या फिर आत्मनिर्भर भारत।’
पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट उन सेक्शन्स पर केंद्रित है जिनसे वेल्थ और वेलनेस तेजी से बढ़ेंगे। यह बजट जिस तरह से हेल्थकेयर पर केंद्रित है, वह अभूतपूर्व है। यह बजट हर तौर पर विकास की बात करता रहा है। दक्षिण के हमारे राज्य और पूर्वोत्तर के हमारे राज्यों में विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस बजट में कोस्टल स्टेट्स को एक बिजनस पावर हाउस बनाने के दिशा में बड़े कदम हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘किसानों की आय बढ़ाने के लिए बजट में बहुत ज़ोर दिया गया है। किसानों को और आसानी से और ज्यादा सुविधाएं मिल जाएँगी। देश में एपीएमसी को और मजबूत करने का प्रावधान हैं। ये सब निर्णय दिखाते हैं कि इस बजट के दिल में गांव हैं और हमारे किसान है। इस बार एमएसएमई सेक्टर का बजट भी पिछले साल से दोगुना कर दिया गया है।