कोटद्वार : दुगड्डा ब्लाक क्षेत्र के सराडा सखाली गांव में घर के आंगन में खेल रहा 4 साल का मासूम बच्चे पर अचानक बाघ ने हमला कर जंगल की ओर खिंचकर ले जाने लगा। बच्चे की रोना की आवाज सुनकर माँ ने शोर मचाया, तभी बच्चे के चाचा ने जान जोखिम में डालकर बाघ का पीछा कर बच्चे को बड़ी मुश्किलो से बाघ के चंगुल से बचाया, लेकिन बच्चा बुरी तरह से जख्मी हो गया था। बच्चे की हालत को गंभीर देखते हुए, परिजनों ने बच्चे को बेस हॉस्पिटल कोटद्वार पहुंचा कर भर्ती कराया, जहां पर 4 साल के मासूम बच्चे का उपचार चल रहा है।
बच्चे के चाचा मुकेश चंद ने बताया कि घर के आंगन में खेल रहा था वहां बाघ आया बच्चे का पहले पेर पकड़ा उसके बाद गर्दन पकड़ कर जंगल की ले जाने लगा। उसके बाद बड़ी मुश्किल से बाघ के चंगुल से बचाया।
वही दुगड्डा ब्लाक प्रमुख रुचि कैंथुरा ने बताया कि बाघ हमारे क्षेत्र में लगातार हमला करता रहता है जिसकी सूचना कई बार वन विभाग को दी। लेकिन वन विभाग ने कोई कार्यवाही अब तक नही की है।