टिहरी:भारतीय नववर्ष के आगमन के पहले दिन चैत्र महीने की प्रतिपदा को उत्तराखंड में टिहरी गढ़वाल के हेरवाल गांव में एक नए दिव्य धाम “बमुरा धाम” की प्राण प्रतिष्ठा टिहरी राजपरिवार के प्रतिनिधि ठाकुर भवानी प्रताप सिंह एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद के सदस्य डॉ वीरेंद्र सिंह नेगी द्वारा की गई यह दिव्य धाम दशहरे के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।
मंदिर में भव्य शिवलिंग के साथ गणेश जी दुर्गा माता काल भैरव हनुमान जी और राधा कृष्ण की सुंदर और मनमोहक मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा 4 वेदों 18 पुराणों और 14 उपनिषदों की उपस्थिति में दिव्या देव डोलियों देव निशानों के विहंगम नृत्य देव ढ़ोलो के दिव्य नाद जल कलश यात्रा वेद पुराण शोभायात्रा और वेद मंत्रों के उद्घोष के साथ संपन्न हुई।
वेदों पुराणों और उपनिषदों को काशी संस्कृत महाविद्यालय, उत्तरकाशी के ब्रह्मा कुमारी द्वारा सेम नागराज के धाम से अभिमंत्रित करवा कर वेदोक्त ऋचाओ के उद्धघोस के साथ अपने सिर पर रखकर शोभायात्रा के रूप में बमुरा धाम लाकर मंदिर के पुरोहितों को सौंपा गया।
वहीं श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद के रूप में चीड़ का फल दिया जाएगा।
मंदिर का निर्माण ग्रीन स्कूल के संस्थापक विरेंद्र सिंह रावत ने अपने स्वर्गीय माता पिता के स्मरण करते हुए किया है।