जोशीमठ: सुमना ग्लेशियर फटने की घटना के बाद से ही मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मामले पर खुद पूरी नजर रखे हुए हैं। सीएम ने इस घटना के बाद तुरंत कल ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी थी। और उन्होंने उसके बाद अलर्ट जारी करते हुए निरंतर जिला प्रशासन और बीआरओ के संपर्क में थे वही आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मलारी घाटी क्षेत्र के सुमना में कल ग्लेशियर फटने की घटना से प्रभावित क्षेत्रों को जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत व आपदा प्रबंधन मंत्री डा धन सिंह रावत आज चमोली पहुंच गए हैं। दोनो नेता सेना के साथ आपदा प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण कर रहे हैं. गौरतलब है कि गत दिवस जोशीमठ मलारी- गिरथिडोबला सुमना- रिमखिम क्षेत्र में ग्लेशियर टूटने से हादसा हुआ था।

 

बताया जा रहा है कि भारतीय सेना द्वारा तुरंत बचाव अभियान शुरू किया गया।

मल्टीपल लैंड स्लाइड के कारण 4 से 5 स्थानों पर सड़क टूट चुकी है। जोशीमठ से बीआरटीएफ की टीमें बीती शाम से भपकुंड से लेकर सुमना तक की स्लाइड्स को साफ करने में लगी हैं।

अब तक 391 को निकाला गया सुरक्षित , 6 के मिले शव, 4 घायल

सेना से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 391 लोगों वहां बचाया गया है। छह लोगों के शव बरामद किए गए हैं और चार लोग घायल हैं।सुमना में बीआरओ के मजदूर सड़क निर्माण कार्य में जुटे हुए थे। अत्यधिक बर्फबारी होने से सीमा क्षेत्र में वायरलेस  भी काम नहीं कर रहे हैं। पिछले तीन दिनों से नीती घाटी में अत्यधिक बर्फबारी हो रही है। मलारी से आगे जोशीमठ-मलारी हाईवे भी बर्फ से ढक गया है, जिससे सेना और आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही भी बाधित हो गई है।

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