नैनीताल : उत्तराखंड में एक बार फिर बादल फटने की घटना सामने आई है। नैनीताल के पास स्थित कैंची धाम में बादल फटा है. घटना में मंदिर के नुकसान पहुंचने की जानकारी सामने आई है। वहीं, बादल फटने के बाद मलबा आने से हल्द्वानी-अल्मोड़ा मार्ग बाधित हो गया है. जिला प्रशासन की टीम मौके पर राहत बचाव कार्य में जुटी हुई है।

कैंची धाम नीम करौली बाबा धाम में हर साल 15 जून को मेला लगता है। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते मेले पर रोक लगी हुई है। ऐसे में मंदिर परिसर खाली पड़ा हुआ था, जिससे बड़ी घटना टल गई।

शक्ति के केंद्र कैंची धाम स्थित बाबा नीम करौली महाराज का दरबार है। कैंची धाम मुख्य रूप से बाबा नीम करौली और हनुमान जी की महिमा के लिए प्रसिद्ध है। ऐसी मान्यता है कि यहां आने पर व्यक्ति अपनी सभी समस्याओं के हल प्राप्त कर सकता है।

70 के दशक में ‘एप्पल’ मोबाइल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स को आध्यात्मिक शक्ति से लवरेज बाबा की शरण लेने पर जो आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त हुआ, उसे उन्होंने मौजूदा फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग से साझा किया था। कुछ साल के अंतराल में ही जुकरबर्ग तब कैंची धाम (कैंची धाम) में बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे, जब वह मुश्किल दौर से गुजर रहे थे। जुकरबर्ग करीब सप्ताह भर बाबा की शरण में रहे। इस दौरान उन्हें जो आध्यात्मिक ज्ञान बाबा से मिला उसने जुकरबर्ग के जीवन में नए बदलाव व नई ऊर्जा की पटकथा लिख डाली।

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