देहरादून: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अल्मोड़ा मेडिकल कालेज के बेस अस्पताल और अल्मोड़ा जिला अस्पताल में नए आक्सीजन जनरेशन प्लांट का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया। बेस अस्पताल में लगने वाले प्लांट से एक हजार लीटर प्रति मिनट (एलएमपी) और अल्मोड़ा जिला अस्पताल को 216 एलएमपी आक्सीजन प्राप्त होगी। ये आक्सीजन प्लांट कुमाऊं मंडल के पर्वतीय जिले में लगने वाले पहले आक्सीजन प्लांट हैं।

रविवार को इन आक्सीजन प्लांट का वर्चुअल लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इससे अल्मोड़ा और आसपास के जिलों के निवासियों को काफी फायदा होगी। इससे हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में भी मरीजों का भार कम होगा। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेजों और जिला अस्पतालों के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक भी आक्सीजन प्लांट लगाने की व्यवस्था की जा रही है।

कोरोना की तीसरी लहर के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूर्ण करने को कहा गया है। कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अधिकांश व्यक्तियों का टीकाकरण हो चुका है। भारत सरकार से भी समय- समय पर वैक्सीन मिल रही है। 18 से 44 आयुवर्ग में तेजी से टीकाकरण के लिए विदेश से भी वैक्सीन मंगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज में शैक्षणिक सत्र प्रारंभ करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा राशनकार्ड धारकों को अतिरिक्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है। सांसद अजय टम्टा ने कहा कि अल्मोड़ा में आक्सीजन प्लांट की स्थापना से बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ जिलों के व्यक्तियों को भी फायदा होगा। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सोमेश्वर में भी आक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य शुरु हो चुका है, जो जल्द पूर्ण हो जाएगा।

विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान ने प्लांट लगाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। जिलाधिकारी अल्मोड़ा नितिन भदौरिया ने कहा कि अल्मोड़ा में 20 बेड का आईसीयू वार्ड बनाया जा रहा है, जो एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा।

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