देहरादून :बाबा रामदेव द्वारा एलोपैथी चिकित्सा पर दिए गए बयान को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) फेमा सहित कई चिकित्सीय संगठन देशभर में बाबा रामदेव के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन में कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, पंजाब, एमपी और राजस्थान तक सरकारी अस्पतालों में कार्यरत रेजीडेंट डॉक्टरों ने हिस्सा लेने की जानकारी दी है।
चिकित्सीय संगठनों के अनुसार महामारी के बीच मरीजों की जान बचाना उनके लिए पहली प्राथमिकता है। इसीलिए चिकित्सीय व्यवस्था में कोई बाधा न आते हुए वे सभी काली पट्टी बांधकर बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। चिकित्सीय संगठनों ने मांग की है कि अगर सरकार ने जल्द ही बाबा रामदेव के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की तो यह विरोध प्रदर्शन और भी अधिक आक्रामक होगा।
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने हाल ही में बाबा रामदेव को पत्र लिख बयान वापस लेने की मांग तक की थी। बाबा रामदेव ने माफी भी मांग ली है लेकिन उसके बाद भी यह विवाद थमा नहीं है जिसके चलते अब न सिर्फ निजी बल्कि सरकारी अस्पतालों में कार्यरत रेजीडेंट डॉक्टरों ने भी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने की घोषणा की है।