देहरादून: डीजीपी अशोक कुमार इन दिनों एक्शन में है। जहां वह कोरोना महामारी में आम लोगों की मिशन हौसला से मदद कर रहे है तो वहीं अपने जवानों के परिवार के साथ भी खड़े हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला बागेश्वर में जहां उन्होंने बीमारी से पीड़ित अग्निशमन दल में कार्यरत जवान की बलवंत सिंह राणा की ढाई साल की बेटी के इलाज को एक दिन में 12 लाख की व्यवस्था कर दी। उनकी बेटी का इलाज पीजीआई लखनऊ में चल रहा है।

जानकारी के अनुसार जिले के कपकोट फायर स्टेशन में तैनात बलवंत सिंह राणा की ढाई वर्ष की बेटी अक्षिता का स्वास्थ्य खराब है। उसका लखनऊ के पीजीआई अस्पताल से उपचार चल रहा है। बच्ची का बोन मैरो ट्रांसप्लांट होना है, जिसमें करीब 12 लाख रूपए खर्च आ रहा है। शनिवार को फायरमैन के सामने आई परेशानी की पोस्ट सोशल मीडिया में देखने पर डीआईजी अशोक कुमार ने तत्काल एसपी अमित श्रीवास्तव से बच्ची के संबंध में जानकारी ली और फायरमैन राणा के बैंक खाते में जीवन रक्षा निधि से 12 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। डीजीपी ने फायर मैन बलवंत सिंह राणा और परिजनों से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।

डीजीपी ने पीजीआई लखनऊ में डॉक्टरों से बात कर बच्ची का बेहतर इलाज करवाने का भरोसा भी परिजनों को दिया। एसपी अमित श्रीवास्तव ने बताया कि शनिवार को ही पुलिस महानिदेशक के संज्ञान में यह मामला आया और शाम को ही फायरमैन राणा के खाते में 12 लाख रुपये की राशि ट्रांसफर हो गई। इससे बच्ची का इलाज कराने में मदद मिलेगी। बताया कि इस निधि का उपयोग पुलिस कर्मी पुलिस कर्मी की पत्नी, माता, पिता, अविवाहित पुत्र/पुत्री (कोई आयु सीमा नहीं) जो उन पर पूरी तरह से आश्रित हों, कर सकते हैं। तमाम लोगों ने डीजीपी की तत्परता की सराहना की है।

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