मुंबई: देश में जब लॉकडाउन का ऐलान हुआ तो सोनू सूद प्रवासी मजदूरों के मसीहा बने। साथ ही उनको मुंबई से घर भेजने का इंतजाम करवाया। अब लॉकडाउन तो खत्म हो गया है, लेकिन सोनू की मदद का सिलसिला नहीं रुका। हाल ही में उन्होंने एक ऐसा काम कर दिया, जिसको झारखंड सरकार, मंत्री, विधायक और सांसद नहीं कर पाए थे। जिस वजह से वो फिर से सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं।

दरअसल 27 जनवरी को शूटर कोनिका लायक ने ट्वीट कर लिखा कि 11वें झारखंड स्टेट राइफल शूटिंग चैंपियनशिप 2020 में मैंने एक गोल्ड और एक सिल्वर जीता, लेकिन झारखंड सरकार से कोई मदद नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हेमंत सोरेन, सोनू सूद और झारखंड खेल विभाग को टैग कर मदद की गुहार लगाई। इस ट्वीट पर 10 मार्च को सोनू की नजर पड़ी और उन्होंने टैग कर लिखा कि मैं आपको राइफल दूंगा। आप देश को मेडल दे देना। आपकी राइफल आप तक पहुंच जाएगी।

लाखों में थी कीमत

इसके बाद सोनू कोनिका की मदद को लग गए, लेकिन राइफल नहीं होने की वजह से वो तुरंत वादा पूरा नहीं कर पाए। कुछ दिनों बाद जर्मन की राइफल सोनू को मिल गई। जिसके लिए उन्होंने 2.5 लाख रुपये चुकाकर उसे कोनिका तक पहुंचा दिया। 26 जून को कोनिका ने ट्वीट कर लिखा कि सोनू सर मेरी बंदूक आ गई है। मेरे परिवार में खुशी की लहर है। आपको मेरा पूरा गांव आशीर्वाद दे रहा। आप जुग-जुग जिएं। इसके अलावा उन्होंने मदद के लिए कई अन्य लोगों को भी धन्यवाद कहा। इस पर सोनू ने भी बहुत शालीनता से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इंडिया का ओलंपिक में मेडल पक्का। बस अब दुआओं की जरूरत।

2013 से कर रहीं शूटिंग

कोनिका के मुताबिक उन्होंने 2013 में एनसीसी लिया था। इसके बाद से उनका झुकाव शूटिंग की तरफ बढ़ता चला गया। उन्होंने राज्य स्तर की कई प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन राइफल नहीं होने की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर नहीं पहुंच पाईं। इस पर उन्होंने खेल मंत्री, विधायक, सांसद सबसे मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उनकी एक ना सुनी। इसके बाद सोनू सूद उनकी मदद को आगे आए और 2.5 लाख रुपये की राइफल उन्हें दी। उन्होंने वादा किया है कि वो कड़ी मेहनत करेंगी, ताकी लोगों की उम्मीदों पर खरी उतर सकें।

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