शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में लंबी बीमारी से जूझने के बाद निधन हो गया। इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, शिमला के चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने गुरुवार को यह जानकारी दी है।
Himachal Pradesh | Former Himachal Pradesh Chief Minister & Congress leader Virbhadra Singh passes away at 87 after battling with prolonged illness in early hours of the day: Medical Superintendent Dr Janak Raj, Indira Gandhi Medical College and Hospital, Shimla
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— ANI (@ANI) July 7, 2021
इससे पहले सोमवार को उनकी हालत बिगड़ने के कारण उन्हें वेंटीलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद से उनकी हालत स्थिर बताई जा रही थी। बताया जा रहा था कि उनके फेफड़ों में हल्का संक्रमण पाया गया है। हालांकि आक्सीजन लेवल से लेकर उनके अन्य सभी टेस्ट की रिपोर्ट सामान्य थे। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलने इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला गए थे।
वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके थे। वो दो बार कोरोना संक्रमित भी हुए थे। उन्होंने 21 जून को दूसरी बार कोरोना से जंग जीती थी, लेकिन उन्हें सांस लेने में दिक्कत व अन्य बीमारियों के कारण उसी समय से आइजीएमसी शिमला में भर्ती किया हुआ था।
वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके थे। इसके अलावा वह पांच बार सांसद भी रह चुके हैं। मनमोहन सिंह के नेतृत्व में वो इस्पात मंत्री थे। कुल नौ बार वह विधायक चुने गए थे और वर्तमान में सोलन जिले के अरकी से वो विधायक थे। पहली बार उन्हें 1983 में मुख्यमंत्री चुना गया था और 1990 तक दो बार इस पद पर रहे। इसके बाद 1993 से 1998, 2003 से 2007 और 2012 से 2017 के बीच वह राज्य के मुख्यमंत्री रहे।