देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण, पलायन व भू-कानून को लेकर जल्द ही सरकार व पार्टी आपस में विचार-विमर्श करेगी। उत्तराखंड के हित के लिए जो भी कानून उचित होगा, उसे प्रदेश सरकार लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा श्रद्धा व भक्ति से जुड़ा विषय है। भगवान भी यह नहीं चाहेंगे कि उसके किसी भक्त की जान जाए। आमजन की जानमाल की सुरक्षा प्राथमिकता है। सभी राज्यों से आपसी समन्वय स्थापित कर कांवड़ यात्रा के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।

रविवार को नई दिल्ली में पत्रकारों के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड मेजबान राज्य है। यहां उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली व मध्य प्रदेश से श्रद्धालु आते हैं। धामी ने कहा कि उनके शपथ ग्रहण करने से पहले ही प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा स्थगित करने का निर्णय ले चुकी थी। प्रदेश सरकार ने अब कांवड़ यात्रा को लेकर श्रद्धा और आस्था को देखते हुए संबंधित राज्यों से अधिकारी स्तर पर वार्ता करने का निर्णय लिया है। इसके बाद उच्च स्तर की वार्ता होगी। जरूरत पड़ेगी तो उससे भी उच्च स्तर की वार्ता की जाएगी। सरकार की पहली प्राथमिकता है कि किसी भी कीमत पर श्रद्धालुओं की जान को खतरा न हो।

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