काशीपुर: पिछले चार विधानसभा चुनाव में भाजपा से विजय हासिल कर रहे हरभजन सिंह चीमा ने उम्र का हवाला देकर अगले विधानसभा  चुनाव में दावेदारी न करने का फैसला किया है। उन्होंने अपने बेटे त्रिलोक सिंह चीमा की टिकट के लिए दावेदारी की है। कहा कि वह शीघ्र ही अपने बेटे को भाजपा में शामिल करेंगे।

शुक्रवार को अपने कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में विधायक चीमा ने कहा कि 20 साल से बतौर विधायक उन्होंने काशीपुर में अपराध पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए। काशीपुर से अपराधियों को संरक्षण देने वालों के खिलाफ हमेशा मोर्चा खोले रखा। आज काशीपुर पूरी तरह से गुंडों से मुक्त है। अपनी उम्र का हवाला देते हुए कहा कि 76 वर्ष का हो चुका हूँ। भाजपा आमतौर पर 75 से ऊपर आयु के लोगों को टिकट नहीं देती है। दावेदारी कई लोग करते हैं लेकिन पार्टी का टिकट जिसको भी मिल जाएगा उसे सब लोग चुनाव लड़ाएंगें। चीमा ने कहा कि उनके पुत्र के टिकट की दावेदारी से कोई नाराज नहीं होगा।

त्रिलोक उनके साथ लंबे समय से राजनीतिक अनुभव ले चुके हैं। जिस तरह से बीस वर्षों तक उन्होंने काशीपुर में विकास किया और जनता की सेवा की है। त्रिलोक भी उसी तरह से शहर की सेवा करेंगे। चीमा ने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि पार्टी त्रिलोक को टिकट दे।

इस दौरान त्रिलोक सिंह ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा से प्रभावित है। इस समय कृषि सेक्टर खतरे में है। कृषि कानूनों को लेकर कहा कि अगर इनमें कोई समस्या है तो उसे मिल जुलकर हल करना होगा। किसान आंदोलन से किसानों की नाराजगी के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही इसक समाधान हो जाएगा।

हमने पहले ही यह खबर प्राथमिकता से दिखाई थी कि विधायक हरभजन सिंह चीमा का इस बार टिकट कटेगा लेकिन विधायक हरभजन सिंह चीमा ने उससे पहले ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है और अब अपने बेटे की दावेदारी पेश की है….

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here