पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ के बेलतड़ी में सड़क की मांग पर 38 वें दिन भी धरना जारी रहा। छह गांवों की महिलाएं धरने पर बैठीं। उन्होंने कहा लंबे समय से वे सड़क की उम्मीद लगाए बैठीं हैं। बावजूद इसके उनकी मांग को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। कहा अब वे रोड नहीं तो वोट नहीं की नीति पर चलेंगीं। बेलतड़ी में मनोहरी देवी व रुकमणी देवी धरने पर बैठीं। समर्थन में पहुंची अन्य महिलाओं ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

कहा लंबे समय से यहां के लोग सड़क की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। कहा आजादी के 75 साल बाद भी गांवों तक सड़क न पहुंचना सरकार की विफलता है। कहा धरने को 38 दिन हो गए। लेकिन प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने अब तक उनकी सुध नहीं ली। कहा अब वे रोड नहीं तो वोट नहीं की नीति अपनाएंगी।

मड़कनाली-सुरखालपाठक सड़क के लिए ग्रामीण 113वें दिन भी अनशन पर डटे रहे। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाया। सोमवार को गणेश सिंह और हिमांशु सिंह धरने में बैठे। इस दौरान उन्होंने कहा आजादी के 75 साल बाद भी मड़कनाली, सुरखालपाठक के ग्रामीण सड़क सुविधा से वंचित हैं।

कहा हालात यह हैं कि ग्रामीण सड़क निर्माण को आंदोलन पर बैठने को मजबूर हैं। बावजूद इसके शासन-प्रशासन की तरफ से कोई सकारात्मक पहल नहीं हो रही है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष ललित सिंह बिष्ट ने कहा लंबे समय ग्रामीण सड़क निर्माण की मांग को धरने पर बैठे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। कहा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती वो भी पीछे नहीं हटेंगे।

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