देहरादून: देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात पिता की होनकार बेटी डॉक्टर बनने जा रही है। जी हां, आस्था बिष्ट ने पहले ही प्रयास में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) NEET में सफलता पायी है। आस्था की 3633वीं रैंक है। उनके परिवार के साथ ही गांव में खुशी का माहौल है। वह एम्स से मेडिकल की पढ़ाई करना चाहती हैं।

आस्था मूलरूप से चमोली जिले के नारायणबगड़ ब्लॉक के पालछुनी गांव की रहने वाली हैं। उनका परिवार दून के लोअर नेहरूग्राम पशुपति नाथ इन्क्लेव में रहता है। आस्था ने बताया कि उनकी 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय आईआईपी मोहकमपुर में हुई। इसके बाद उन्होनें डॉक्टरी के सपने के लिए एक साल जमकर पढ़ाई की। आस्था ने बताया कि उन्होंने आकाश इंस्टीट्यूट से ऑनलाइन कोचिंग की। इससे उन्हें सारे सिलेबस में मदद मिली।

आस्था के पिता अशोक बिष्ट आईटीबीपी में हैड कांस्टेबल हैं। मां विमला बिष्ट गृहणी हैं। पिता अशोक बिष्ट ने बताया कि वे चाहते थे कि बेटा इंजीनियर बन गया तो बेटी डॉक्टर बने। आस्था ने उनकी उम्मीदों को टूटने नहीं दिया। आस्था ने बताया कि उन्होंने लगातार आठ से दस घंटे तक तैयारी की। इस दौरान वे पढ़ाई के अलावा बाकी चीजों से बिल्कुल दूर रही। घर पर भी उन्हें परिवार को पूरा सहयोग मिला।

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