देहरादून: कांग्रेस भवन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के समर्थकों के बीच हुए विवाद का मामला थाने पहुंच गया है। शहर कोतवाली पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री व पूर्व दायित्वधारी राजेंद्र शाह की तहरीर पर आधा दर्जन से अधिक युवकों के खिलाफ पिटाई करने, बंधक बनाने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में छह युवक नामजद किए गए हैं।

तहरीर में राजेंद्र शाह ने बताया कि 24 दिसंबर को वह जाखन स्थित अपने घर से करीब 11.30 बजे राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन पहुंचे। इसी दौरान आठ-दस युवकों ने उन्हें घेर लिया और उनकी पिटाई करने लगे। आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की भी धमकी दी और कांग्रेस कार्यालय में महामंत्री कक्ष में करीब दो घंटे तक बंधक बनाकर उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया।
पूर्व दायित्वधारी ने कहा कि वह अपनी गलती के बारे में पूछते रहे, लेकिन आरोपित उनके ऊपर झूठे आरोप लगाते हुए पीटते रहे। वहां खड़े कुछ पदाधिकारियों और कार्यकर्त्ताओं ने उन्हें बचाया। कुछ व्यक्तियों ने घटनाक्रम की वीडियो भी बनाई। वीडियो में साफ दिख रहा है कि आरोपित ने उनकी पिटाई कर रहे हैं।

शहर कोतवाली पुलिस की ओर से रितेश क्षेत्री, सूरज क्षेत्री, मोहित मेहता, अजय रावत, मोहन काला, अमन लड्डू और कुछ अन्य युवकों के खिलाफ उपद्रव मचाने, पीटने, जान से मारने की धमकी देने व रास्ता रोकने के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

24 दिसंबर को कांग्रेस भवन में सामान्य दिनों की तरह कार्यकत्र्ता चुनावी चर्चा कर रहे थे। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं पूर्व दायित्वधारी राजेंद्र शाह भी अपने समर्थकों के साथ मौजूद थे। तभी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समर्थक भी वहां पहुंच गए। शाह को देखकर हरीश रावत समर्थक उनसे बहस करते हुए उलझ गए। उनका कहना था कि पूर्व दायित्वधारी शाह ने हरीश रावत के लिए इंटरनेट मीडिया पर अपशब्दों का प्रयोग किया है। इसको लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया। रावत समर्थकों ने शाह को थप्पड़ जड़ दिया और उन्हें धक्का देकर कुछ दूर तक ले गए।

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