चमोलीः बढ़ते शहरीकरण के कारण अब पहाड़ों में भी कूड़ा परेशानी का सबब बनता जा रहा है। लेकिन चमोली की कर्णप्रयाग नगर पालिका ने इसका हल निकालकर दूसरी नगर पालिकाओं के लिए एक मिशाल पेश की है। नगर पालिका कर्णप्रयाग ने 2013 से अब तक बीते 9 सालों में कूड़ा बेचकर 14 लाख रुपये की आय हासिल की है।

चमोली की कर्णप्रयाग नगर पालिका इन दिनों जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है। कर्णप्रयाग नगर पालिका कूड़े से कमाई कर मालामाल बन रही है। पालिका ने प्रतिदिन घरों से निकलने वाले कूड़े को एकत्रित करने का जिम्मा 11 पर्यावरण मित्रों को दिया है। इसके बाद कूड़े को एक स्थान पर इकट्ठा कर इसकी छंटनी की जाती है। जिसमें प्लास्टिक, गत्ता और रबर को अलग कर कॉम्पेक्ट मशीन द्वारा पैक कर विक्रय जाता है।

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी गुरदीप आर्य ने बताया कि पालिका द्वारा प्लास्टिक, रबर और गत्ते के कूड़े को पर्यायवरण मित्रों के मदद से छांटकर अलग-अलग किया जाता है। जिसको बेचकर पालिका को 14 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई है. साथ ही नगर पालिका की अध्यक्ष दमयन्ती रतूड़ी ने कहा कि 2013 से अब तक बीते 9 सालों में हमने 14 लाख रुपये की कमाई की। कूड़े से हो रही कमाई पालिका द्वारा नगर क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है।

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