देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जनसंपर्क अधिकारी नंदन सिंह बिष्ट की  फिर से सरकार में एंट्री हो गई है। दरअसल उस दिन पहले नंदन सिंह बिष्ट के लेटर हेड से लिखा एक पत्र वायरल हुआ था जिसको लेकर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।

क्या था पूरा मामला……

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जनसंपर्क अधिकारी (PRO) का एसएसपी बागेश्वर (SSP Bageshwar) को बर्खास्त कर दिया था। नंदन सिंह बिष्ट ने बागेश्वर के एसएसपी को पत्र लिखकर तीन वाहनों के चालान को निरस्त करने को कहा था। ये पत्र सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ था। इस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नाराजगी जताते हुए बर्खास्त करने के आदेश दिए थे।

दरअसल वायरल पत्र में प्रेषक का नाम नंदन सिंह बिष्ट लिखा गया था। पत्र मुख्यमंत्री के जन संपर्क अधिकारी लेटर हेड पर जारी हुआ था. लेटर में उन वाहनों का नंबर भी साफ लिखा था। जिनका चालान निरस्त करने का अनुरोध किया गया था। पत्र एसएसपी बागेश्वर के नाम जारी हुआ था। मुख्यमंत्री धामी के जनसंपर्क अधिकारी के लेटरहेड पर जारी इस पत्र में लिखा गया है कि ‘मुख्यमंत्री जी के मौखिक निर्देशानुसार मुझे यह कहने का निर्देश हुआ है कि दिनांक 29.11.2021 को बागेश्वर यातायात पुलिस, बागेश्वर द्वारा किये गए वाहन संख्या यूके 02 सीए 0238, यूके 02 सीए 1238 और यूके 04 सीए 5907 के चालान को निरस्त करने का कष्ट करें।

पत्र की प्रति संभागीय परिवहन अधिकारी बागेश्वर को भी सूचनार्थ प्रेषित की गई था। यह पत्र एसएसपी बागेश्वर के नाम लिखा गया है। वहीं पत्र वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। उधर, वाहन स्वामी मनोज साह ने बताया कि दो ट्रक उनके और एक उनके भाई हरीश साह के नाम था। वह खड़िया भर कर हल्द्वानी जा रहे थे। यातायात पुलिस ने ओवर लोड में तीनों के चालान काट दिए। उन्होंने लगभग तीनों ट्रकों के चालान 45 हजार रुपये जमा भी कर दिए हैं। मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था। बताया कि उनके ट्रक सरकारी राशन का ढुलान करते हैं। दो वर्ष से ढुलान का पैसा लगभग 20 लाख रुपये अभी नहीं मिला है।

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