हरिद्वार: जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम को एक अजीब-ओ-गरीब धमकी वाला पत्र मिला है। पत्र की भाषा हिंदी है। पत्र में जो धमकी दी गई है वो कविता के रूप में लिखी गई है। पत्र के अंत में तालिबान लिखा गया है। जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है। आनन-फानन में हरिद्वार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. इसके साध ही धमकी भरे पत्र की जांच शुरू हो गई है।

जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम संघ और बीजेपी से जुड़े बड़े संत हैं। उनको धमकी भरा पत्र मिलने से हरिद्वार पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस हर पहलू से धमकी भरे पत्र की जांच कर रही है। पुलिस की जांच का विषय ये है कि आखिर ये पत्र किसने और क्यों भेजा है। पत्र भेजने वाले ने जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम को ही धमकी देने के लिए क्यों चुना।

हरिद्वार सीओ सिटी शेखर सुयाल ने बताया कि पत्र पोस्ट से आया है। ये किसी की शरारत लग रही है. लेकिन पुलिस धमकी भरे पत्र को फिर भी हल्के में नहीं ले रही है। पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा

दरअसल इन दिनों धर्मनगरी हरिद्वार संवेदनशील बनी हुई है। 17, 18 और 19 दिसंबर को हरिद्वार में हिंदू धर्म संसद हुई थी। आरोप है कि इस धर्म संसद में अनेक संतों ने कथित तौर पर हेट स्पीच दी थीं। इसके बाद औवैसी की पार्टी के एक नेता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

हरिद्वार में हुई धर्म संसद के बाद कथित हेट स्पीच के मामले में पांच संतों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी), महामंडलेश्वर धरमदास और महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा भारती के नाम केस दर्ज किया था। बाद में पुलिस ने वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर सागर सिंधु महाराज और यति नरसिंहानंद गिरि का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया था। हरिद्वार हेट स्पीच मामला इतना गरमाया कि इसमें जिंतेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

 

जगतगुरु आश्रम के पीठाधीश्वर जगदगुरु राजराजेश्वराश्रम को तालिबान ने आतंकी पत्र भेजकर जान से मारने की धमकी दी है। स्वामी राजराजेश्वराश्रम संघ से जुड़े हुए वरिष्ठ संत हैं. उनको तालिबान से मिली धमकी के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। कनखल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, जगतगुरु राजराजेश्वराश्रम का कहना है कि संतों का जीवन राष्ट्र को समर्पित है। इस तरह की धमकियों से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें पहले भी 2008 में इस तरह की धमकी भरे पत्र मिल चुके हैं।

वहीं, मामले में हरिद्वार एसएसपी योगेंद्र रावत ने कहा कि आश्रम को धमकी भरा पत्र मिलने की सुचना मिली है। इस को पत्र की जांच कराई जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर यह पत्र कहा से आई है। इसको लेकर कार्रवाई की जार रही है।

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