देहरादून:  मौसम विभाग ने इस हफ्ते उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। 24 और 25 जनवरी तक बारिश का सिलसिला चलने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फ गिर सकती है।

21 को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। इस दिन भी 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। 22 को गढ़वाल में हल्की से मध्यम और कुमाऊं में बहुत हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
2200 मीटर से अधिक ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है। 23 को अधिकतर स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश और 2200 मीटर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होगी। 24 और 25 को भी मौसम खराब रह सकता है।

मौसम निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, 22 और 23 जनवरी के लिए पहाड़ी जिलों के 2200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में मध्यम बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बर्फ जमा होने से सड़कों पर अवरोध और बिजली लाइनों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, लोगों से पहाड़ी इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

मौसम विभाग ने इस हफ्ते उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। 24 और 25 जनवरी तक बारिश का सिलसिला चलने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, गुरुवार को पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फ गिर सकती है।

21 को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। बाकी जिलों में मौसम साफ रहेगा। इस दिन भी 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो सकती है। 22 को गढ़वाल में हल्की से मध्यम और कुमाऊं में बहुत हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
2200 मीटर से अधिक ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी की संभावना है। 23 को अधिकतर स्थानों में हल्की से मध्यम बारिश और 2200 मीटर से ऊंचे इलाकों में बर्फबारी होगी। 24 और 25 को भी मौसम खराब रह सकता है।

 

मौसम निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक, 22 और 23 जनवरी के लिए पहाड़ी जिलों के 2200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में मध्यम बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। बर्फ जमा होने से सड़कों पर अवरोध और बिजली लाइनों को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, लोगों से पहाड़ी इलाकों में सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

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