चमोली: चमोली जिले के पोखरी विकासखंड के चौंडी गांव में भोजन की तलाश में भटक रहा भालू आटा चक्की के अंदर पहुंच गया। ये देख दुकान मालिक हैरान रह गया और उसने भालू को देखा तो किसी तरह से अपने आप को सुरक्षित बाहर निकाल कर दुकान का दरवाजा बंद कर दिया। वन विभाग ने जाल में फंसाकर भालू को जंगल में छोड़ा ।
विकासखंड पोखरी के ग्राम ग्राम पंचायत चौंडी में जगमोहन सिंह बुटोला की आटा चक्की में खुले दरवाजे से भालू अंदर पहुंचा। आटा चक्की मालिक जगमोहन बुटोला ने बताया कि तत्काल चक्की के दरवाजे को बंद कर भालू को अंदर ही बंद कर दिया तथा इसकी सूचना वन विभाग को दी।
केदारनाथ वन प्रभाग नागनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी प्रदीप गौड़ ने बताया कि सूचना के बाद वन दारोगा आनंद रावत के नेतृत्व में वन कर्मी जाल लेकर चौंडी गांव जाकर भालू के बच्चे को जाल में फंसाने की कोशिश की दो बार हवाई फायर करने के बाद उन्हें भालू को पकड़ने में सफलता मिली। भालू लगभग आठ माह का है।
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों के साथ ही मैदानी जिलों में वन्यजीवों का आबादी में पहुंच जाना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं, जब वन्यजीव गुलदार, हाथी, भालू ने आबादी में पहुंचकर लोगों को भयभीत कर दिया। इसके साथ ही कई मामलों में तो वन्यजीव हमलों में मौत भी हुई। गुलदार तो अक्सर घरों तक पहुंच जाता है। या फिर घात लगाकर बैठा रहता है कि कब किसे अपना शिकार बनाया जाए।