देहरादून: भितरघात पर आए दिन उठ रहे तूफान के बीच पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी भाजपा की एक दुखती रग छेड़ दी।  सोमवार को मीडिया से बातचीत में रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र के साथ काफी अपमानजनक व्यवहार किया गया है। उनके करीबियों के चुन चुन कर टिकट काटे गए। जिस व्यक्ति को पौने चार साल तक सीएम बनाकर रखा गया, उसे बिना कारण बताए हटा देना भला कहां उचित है?

राजपुर रोड स्थित एक होटल में आयोजित भोज के दौरान रावत ने कहा कि त्रिवेंद्र के साथ काफी बुरा किया गया है। उनके साथ नजदीकी को भी एक अपराध माना जाने लगा था। यह आचरण गलत है। नई सरकार पर ब्यूरोक्रेसी की उलझन पर रावत ने कहा कि राज्यहित में काम करने वाले किसी भी नौकरशाह को कांग्रेस की सरकार से दिक्कत नहीं होगी।

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर टिप्पणी करने से परहेज किया। त्रिवेंद्र ने कहा कि अभी मेरी जानकारी में रावत का बयान नहीं आया है। वैसे रावत जी मेरे बड़े भाई के समान हैं।

रावत ने कहा  चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच नहीं था। बल्कि भाजपा और आम जनता के बीच था। इसमें जनता ने कांग्रेस को कहा कि तुम तैयारी करो हम तुम्हारे साथ हैं। बकौल रावत, मैंने 44 विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां की और 22 पदयात्राएं की। करीब 60 विस क्षेत्रों का मेरा फीडबैक यही कहता है कि जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है। गृह मंत्री अमित शाह का मेरे पर घर का न घाट का टिप्प्णी और रक्षा मंत्री की मनमाने तरीके से सीएम बदलने की बयान ने भाजपा के ताबूत पर आखिरी कील भी ठोक दी थी।

घोषणा पत्र पर अमल हुआ तो 20 साल तक रहेगी कांग्रेस
रावत ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र पर ईमानदारी से काम किया है। इस घोषणापत्र को अपनी महत्वाकांक्षाएं सीमित रखते हुए यदि शत प्रतिशत लागू कर दिया जाए तो आने वाले 20 साल तक कांग्रेस को कोई डिगा नहीं सकता। घोषणापत्र के वादों को पूरा करने के लिए धन की व्यवस्था कैसे होगी? इस सवाल के जवाब में रावत ने कहा कि वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच कांग्रेस सरकार ने इसे साबित किया है। बुरे से बुरे हालात के बावजूद कांग्रेस ने राजस्व वृद्धि को रिकार्ड स्तर तक पहुंचाया था। अब भी कांग्रेस ऐसा ही करेगी।

भाजपा से खटीमा से सीएम बनाकर कुमाऊं को संदेश देना चाहती थी। लेकिन कांग्रेस ने भाजपा के खटीमा दॉव को कुमाऊं में ही ध्वस्त करके रख दिया। अल्मोड़ा लोकसभा सीट और हरिद्वार लोकसभा सीट के नतीजे निसंदेह चौंकाने वाले होंगे।

पूर्व सीएम हरीश रावत ने आधुनिक टैक्नोलॉजी और वायरस के जरिए ईवीएम के साथ छेड़छाड़ से इंकार नहीं किया। कहा कि यूपी के चुनाव में कुछ इस प्रकार की चर्चाएं चल रही थी कि भाजपा ईवीएम के साथ खेल करने की साजिश रच रही है। यह भी हो सकता है कि मतगणना के दिन इजराइल से कोई बग मंगाकर ईवीएम टेबल पर ही खेल कर दिया जाए। रावत ने कहा कि जैसे ही मैने यह आशंक जाहिर की, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने तत्काल गंभीरता से कदम उठाया। सभी कांग्रेस प्रत्याशी, पदाधिकारियों को मतगणना स्थलों की कड़ी निगरानी के निर्देश दे दिए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here