देहरादून: राज्य के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 95 फीसदी पद खाली चल रहे हैं। चमोली, रुद्रप्रयाग और टिहरी जिले में तो किसी भी सीएचसी में विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात नहीं हैं। सामाजिक कार्यकर्ता शांति प्रसाद नौटियाल ने स्वास्थ्य विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात विशेषज्ञ डॉक्टरों के संदर्भ में सूचना मांगी थी।

जिसमें जबाव में विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई सूचना के अनुसार राज्य के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भारी कमी है। नौटियाल की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में कुल 80 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। जिनमें कुल पांच प्रतिशत ही डॉक्टर तैनात हैं जबकि 95 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राज्यभर में सीएचसी में फिजीशियन, सर्जन, एनेस्थीसिया, गाइनोकॉलोजिस्ट आदि के कुल 474 पद मंजूर हैं। लेकिन इसमें से 452 पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद खाली होने से इलाज की व्यवस्था को समझा जा सकता है।

विदित है कि कुछ माह पूर्व एसडीसी फाउंडेशन की ओर से भी विशेषज्ञ डॉक्टरों पर एक रिपोर्ट जारी की गई थी। जिसमें राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टरों के 60 प्रतिशत के करीब पदों को खाली बताया गया था। कई जिलों में तो विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बहुत कम है जिससे वहां पर सामान्य बीमारियों का इलाज भी संभव नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here