देहरादून : रूस और यूक्रेन के बीच जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों को आपरेशन गंगा के तहत भारत लाया जा रहा है। बीती रात भारत आइ फ्लाइट में उत्‍तराखंड के चार छात्र भी आए। इसमें देहरादून की ईशा रावत, हरिद्वार के मोहम्‍मद अनश, नैनीताल की शैली त्रिपाठी और पिथौरागढ़ की तनुश्री पांडेय शमिल हैं। बता दें कि अब तक कुल 32 उत्‍तराखंड के छात्र अपने घर लौट चुके हैं।

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंडवासियों को वापस लाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। वह निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को कुमाऊं मंडल की दो दिवसीय यात्रा के बाद दिल्ली पहुंचे। यहां उन्होंने स्थानिक आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों के साथ यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के विद्यार्थियों के संबंध में जानकारी ली और उन्हें वापस लाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की। इसके बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड वासियों को वापस लाने के लिए सरकार निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में है। केंद्र व राज्य सरकार यूक्रेन में फंसे सभी भारतीय विद्यार्थियों को वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 

थक गया हूं भाईजान, अब और सवाल न पूछो। मंगलवार तड़के ढाई बजे दिल्ली पहुंचा था और अब मेरठ से आगे निकल गया हूं। रात तक घर पहुंच जाऊंगा। यूक्रेन से लौट रहे हरिद्वार के संघीपुर गढ़ी निवासी एमबीबीएस के छात्र कुर्बान अली ने इतनी बात कहकर फोन काट दिया। देर शाम वह घर पहुंचे तो स्वजन ने मिठाई खिलाकर उनका स्वागत किया। कुर्बान के बड़े भाई रिजवान अली ने बताया कि उसका छोटा भाई कुर्बान यूक्रेन के इवानो फ्रेंकविस्क नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है। उसके सकुशल स्वदेश लौटने से परिवार में जश्न का माहौल है। स्वजन ने भारत सरकार का आभार जताया है। परिवार के सभी सदस्य फोन पर कुर्बान से संपर्क में थे। फोन पर कुर्बान ने बताया था कि बस में कई घंटे का सफर तय कर वह रोमानिया बार्डर के करीब पहुंचा था। बार्डर पर जाम के कारण करीब 10 किमी पैदल बार्डर तक पहुंचना पड़ा था। छोटे भाई की सकुशल वतन वापसी पर स्वजन उत्साहित हैं।

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