कीव : सीजफायर के बीच यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है।  खबरों की माने तो यूक्रेन ने खारकीव में रूसी मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव  को मार डाला है । द कीव इंडिपेंडेंट ने यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया निदेशालय के हवाले से यह रिपोर्ट किया है। द कीव इंडिपेंडेंट ने एक ट्वीट में लिखा, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया विभाग ने कहा कि यूक्रेन ने खारकीव के पास रूसी मेजर जनरल विटाली गेरासिमोव को मार डाला है। गेरासिमोव एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी थे जिन्होंने दूसरे चेचन युद्ध में भाग लिया था और उन्हें क्रीमिया पर कब्जा करने के लिए पदक से सम्मानित किया गया था।

गौरतलब है कि सोमवार को रूस और यूक्रेन के बीच बेलारूस में तीसरे दौर की शांति वार्ता भी आयोजित हुए लेकिन बैठक बेनतीजा रही। यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मायखाइलो पोडोलीक ने कहा कि युद्धविराम और सुरक्षा गारंटी के साथ समझौते के मुख्य राजनीतिक ब्लॉक पर गहन परामर्श जारी है। वहीं, यूक्रेन में मानवीय गलियारों के लॉजिस्टिक्स में सुधार के लिए हल्की प्रगति हुई है।

वहीं, रूसी राष्ट्रपति के सहयोगी और रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा, राजनीतिक और सैन्य पहलुओं पर चर्चा जारी है. हालांकि, यह कठिन बना हुआ है। कुछ सकारात्मक के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी. मेडिंस्की ने बैठक के बाद कहा,हमें उम्मीद है कि अगली बार हम एक और महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाने में सक्षम होंगे।” बता दें कि बैठक करीब 3 घंटे तक चली।

रूस ने यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए सोमवार सुबह से संघर्ष-विराम के साथ कई क्षेत्रों में मानवीय गलियारों को खोलने की घोषणा की थी। गलियारों की नई घोषणा के बाद भी रूसी सेना ने कुछ यूक्रेनी शहरों पर रॉकेट हमला जारी रखा और कुछ क्षेत्रों में भयंकर लड़ाई जारी है।

संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी का कहना है कि अब तक 17 लाख से अधिक लोग युद्धग्रस्त यूक्रेन को छोड़कर सुरक्षित स्थानों में शरण ले चुके हैं। कई अन्य लोग शहरों में गोलाबारी की चपेट में फंसे हुए हैं। मारियुपोल में खाद्य पदार्थ, पानी और दवाओं की कमी हो गई है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कीव के उपनगरों में विनाशकारी मंजर के बीच नागरिकों को निकालने की कोशिशें नाकाम होने की जानकारी दी है। इस बीच, दोनों पक्षों के अधिकारियों ने सोमवार को तीसरे दौर की वार्ता करने की भी योजना बनाई है।

संघर्ष विराम के नये प्रस्ताव में, ज्यादातर निकासी मार्ग रूस या उसके सहयोगी बेलारूस की ओर हैं। यूक्रेनी उप प्रधानमंत्री इरिना वीरेशचुक ने इस कदम को अस्वीकार्य बताया है। इसके बजाय यूक्रेनी सरकार ने आठ मार्गों का प्रस्ताव रखा जो नागरिकों को यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों में जाने की अनुमति देगा जहां रूस की ओर से कोई गोलाबारी नहीं हो रही है।

दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने महायुद्ध को लेकर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात की। भारत ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने की पेशकश की है।

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