देहरादून: केदारनाथ धाम में इस बार तीर्थयात्रियों के हुजूम उमड़ने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने 10 हजार से अधिक यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था करने को तैयारी शुरू कर दी है। जिला प्रशासन केदारनाथ धाम में यात्रियों को बाहर न रहना पड़े, इसके लिए ठहरने की सभी संभावनाओं को लेकर योजना बनाई जा रही है। केदारनाथ धाम से व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर लौटे जिलाधिकारी मनुज गोयल ने बताया कि इस बार देश-विदेश के यात्रियों के अधिक संख्या में केदारनाथ धाम आने की संभावना है। इसको देखते हुए यात्रियों के रुकने की बेहतर व्यवस्था के प्रयास शुरू हो गए हैं।

केदारनाथ में जीएमवीएन अपने गेस्ट हाऊस के अलावा टेंट कॉलोनी, हट्स और अस्थाई टेंट लगाकर यात्रियों को रुकने की सुविधा देगा। जबकि कई प्राइवेट होटल-लॉज में भी यात्री रुकने की बेहतर व्यवस्था होगी। सरकारी व्यवस्था से करीब 5 हजार और प्राइवेट व्यवस्था से भी करीब 5 हजार यात्रियों के केदारनाथ में आसानी से रुकने की व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि केदारनाथ में यात्रियों के ठहरने के लिए और भी संभावनाओं पर विचार चल रहा है।

ऐसी नौबत नहीं आने दी जाएगी कि यात्री को बाहर रहना पड़े। इसके लिए संबंधित अफसरों को अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि केदारनाथ व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए वह दोबारा 18 से 20 अप्रैल के बीच केदारनाथ जाएंगे। केदारसभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने बताया कि तीर्थपुरोहितों के होटल, लॉज में करीब 8 हजार तीर्थयात्रियों को ठहराने की व्यवस्था है।

इस तरह होगी केदारनाथ धाम में रुकने की व्यवस्था…

स्वगारोहिणी कॉलेज- 90 यात्री

केदारनाथ टेंट कॉलोनी-1000 यात्री

केदारडोम-80 यात्री

बेस कैंप नंदी काम्पलैक्स- 150-190 यात्री क्षमता

बेस कैंप टेंट कॉलोनी-1000 यात्री

लिंचौली-250-300 यात्री

भीमबली-70 यात्री

जंगलचट्टी-18 यात्री

केदारनाथ में जीएमवीएन की र्स्वगारोहिणी कॉटेज के साथ ही टेंट कॉलोनी सहित अधिकांश रहने की व्यवस्था पहले ही बुक हो गई है। जीएमवीएन के मुताबिक पैकेट टूर के लिए अधिकांश कॉटेज आरक्षित हो गई है।

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