देहरादून: उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को लेकर सरकार की व्यवस्था पर सवालिया निशान लग गया है। पिछले 6 दिनों में चारधाम यात्रा में आये 20 लोगों की मौत हो गई है। चार धाम यात्रा पर 20 लोगों की मौत के बाद उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। चार धाम यात्रा पर 20 लोगों की मौत के बाद पीएमओ ने भी रिपोर्ट मांगी है। जिसके बाद उत्तराखंड स्वास्थ विभाग सभी हुई मौतों के कारण और इस पर रिपोर्ट बनाने में जुट हुआ है।

माना जा रहा है कि सबसे ज्यादा प्रभावित बीमार और बुजुर्ग श्रद्धालु हैं। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड में यात्रा के संचालन के बावजूद पर्यटन मंत्री फिलहाल दुबई में हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक गंगोत्री, यमनोत्री में 14, केदारनाथ में 5 और बद्रीनाथ धाम में 1 श्रद्धालु की मौत हो गई है।

चारधाम यात्रा- 2022 यात्रियों के लिए दिशानिर्देश-

• स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत ही यात्रा के लिए प्रस्थान करें।

• पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखें।

• अति वृद्ध एवं बीमार व्यक्तियों और पूर्व में कोविड से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यात्रा पर नहीं जाना या कुछ समय के लिए स्थगित करना उचित होगा।

• हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाते समय विशेष सावधानी बरतें. उपरोक्त बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में दवाइयां साथ रखें। चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाइयों और परामर्श पर्ची यात्रा के दौरान अपने साथ रखें.
किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी के लिए 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करेंगे।

• एंबुलेंस के लिए 108 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करेंगे.
यात्रियों  का आरोप  है कि पंजीकरण को लेकर यहां कोई इंतजाम नहीं है। चार धाम की यात्रा पर आये 20 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बता दें कि यात्रा शुरू होने के पहले राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन की ओर से बड़े-बड़े दावे किये जा रहे थे लेकिन यात्रियों की मौत ने यहां की व्यवस्था पर सवालिया निशान लगा दिया है।

तीन मई से यह यात्रा शुरू हुई थी. गंगोत्री-यमुनोत्री सहित अब केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट भी खुल गए हैं जिससे यात्रा का पूरी तरह से आगाज हो चुका है. यात्री पहले धाम यमुनोत्री से अपनी यात्रा शुरू कर रहे हैं जिसके बाद गंगोत्री-केदारनाथ-बद्रीनाथ के दर्शन कर अपनी यात्रा पूरी कर रहे हैं। सीमांत जनपद उत्तरकाशी में स्थित यमनोत्री और गंगोत्री की तो दोनों धामों में बीते एक सप्ताह से हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पहुचं रहे हैं।

डॉक्टरों की मानें तो धामों में पहुंचने वाले करीब 70 फीसदी यात्री मेडिकली अनफिट हैं. जिनमें अधिकतर दमा, हाइपर टेंशन, शुगर के मरीज हैं जिससे यात्रियों की मौत भी हो रही है। सोमवार को मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरकाशी जनपद के दोनों धामों व रास्ते में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें यमनोत्री धाम में 10 व गंगोत्री धाम में 03 लोग शामिल हैं।

यमनोत्री धाम सड़क से 5 किलोमीटर की पैदल दूरी पर है जहां चढ़ाई है। वैसे तो डंडी कंडी, खच्चर की सुविधाएं भी हैं लेकिन ज्यादतर श्रद्धालु पैदल ही जाना पसंद करते हैं। जिससे बीमार श्रद्धालुओं को दिक्कतें होती है।

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