देहरादून:  अंकिता हत्याकांड सामने आने के बाद से वनन्तरा रिसार्ट में जिस तरह के अनैतिक कार्य कराए जाने के आरोप लग रहे हैं, अब उनकी पुष्टि एसआइटी की जांच में भी हो रही है।

अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन का कहना है कि एसआइटी की अब तक की जांच और आरोपितों से रिमांड के दौरान हुई पूछताछ में यह सामने आया है कि रिसार्ट में महिला स्टाफ पर अनैतिक कार्यों के लिए दबाव डाला जाता था।

इसी कारण कई महिला कर्मी नौकरी छोड़कर रिसार्ट से चली गईं। पुलकित अंकिता पर भी अनैतिक कार्यों में उसका साथ देने के लिए दबाव बना रहा था, मगर अंकिता इसके लिए तैयार नहीं हुई। अंकिता इसका विरोध करने के साथ अपने दोस्त को भी इस बारे में बता रही थी। इसी के चलते उसकी हत्या कर दी गई।

अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि पहले वनन्तरा रिसार्ट में बुकिंग काफी कम आती थी। इसी कारण पुलकित से पहले रिसार्ट चला रहे व्यक्ति ने काम बंद कर दिया था। इसके बाद पुलकित ने प्रतिष्ठान संभाला।

अवैध कमाई के लालच में उसने रिसार्ट में स्पेशल सर्विस के नाम पर अनैतिक काम शुरू कर दिया। रिसार्ट में अंकिता पर लगातार स्पेशल सर्विस के लिए दबाव बनाया जा रहा था। आरोपित इसके लिए उसे धमकाते थे, लेकिन अंकिता आरोपितों के सामने झुकी नहीं। उसने न सिर्फ इसका विरोध किया, बल्कि अपने दोस्त को भी रिसार्ट में चल रहे कारनामों के बारे में लगातार बता रही थी।

 

अंकिता आरोपितों के मंसूबों को भांप गई थी। इस कारण वह रिसार्ट छोड़ना चाहती थी, लेकिन आरोपितों ने उसे बाहर नहीं निकलने दिया। 18 सितंबर यानी हत्याकांड वाली रात आरोपित साजिश के तहत अंकिता को घुमाने के बहाने बाहर ले गए और फिर उसकी हत्या कर दी गई।

अंकिता की हत्या के मुख्य आरोपित पुलकित आर्या के पिता भाजपा से निष्कासित विनोद आर्या की हरिद्वार में स्वदेशी आयुर्वेद फार्मेसी है। अंकिता को जो पहचान पत्र दिया गया था, उसमें अंकिता को इसी फार्मेसी का कर्मचारी दर्शाया गया है, जबकि वह काम रिसार्ट में कर रही थी।

सूत्रों की मानें तो आरोपित पुलकित ने अंकिता को फार्मेसी में नौकरी का झांसा दिया था, मगर उससे काम रिसार्ट में करा रहा था। इसी तरह उसने कुछ अन्य स्टाफ को भी फार्मेसी में नौकरी का झांसा देकर रिसार्ट में रखा था।

इसके पीछे वजह यह कि पुलकित स्टाफ के साथ अच्छा व्यवहार नहीं करता था। पुरुष स्टाफ को डराने के लिए उन पर चोरी व अन्य झूठे आरोप लगाता था, ताकि वह जैसा कहे उसी अनुसार काम करते रहें। महिला स्टाफ पर वह बुरी नजर रखता था। इस कारण रिसार्ट में कोई भी स्टाफ दो-तीन महीने से अधिक काम नहीं करता था।

एसआइटी की जांच में यह भी सामने आया है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में रिसार्ट में एक बड़ी जन्मदिन पार्टी होनी थी। इसके लिए दिल्ली की एक पार्टी ने रिसार्ट बुक कराया था। एसआइटी ने बर्थडे पार्टी के लिए बुकिंग कराने वाले लोगों से भी पूछताछ की है। एडीजी वी. मुरुगेशन के मुताबिक रिसार्ट में अंकिता की हत्या होने से एक पखवाड़े पहले तक आने वाले सभी मेहमानों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई है। इनमें से कुछ को गवाह भी बनाया जाएगा।

वी. मुरुगेशन, (अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था) ने बताया कि पहले वनन्तरा रिसार्ट में बुकिंग काफी कम आती थी। इसी कारण पुलकित से पहले रिसार्ट चला रहे व्यक्ति ने काम बंद कर दिया था। इसके बाद पुलकित ने अवैध कमाई के लालच में रिसार्ट में अनैतिक काम शुरू कर दिया। अंकिता ने इसका विरोध किया और इसकी जानकारी अपने दोस्त को दी तो आरोपित योजना के तहत उसे अपने साथ ले गए और नहर में फेंक दिया।

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