देहरादून : शहर के साथ-साथ पर्वतीय क्षेत्रों में भी ड्रोन मददगार साबित हो सकते हैं। खासकर अतिआवश्यक वस्तुओं की तत्काल पहुंच के लिए इनका उपयोग क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।

इस दिशा में शनिवार को इन्फारमेशन टेक्नालाजी डेवलेपमेंट एजेंसी (आइटीडीए) व स्काइ एयर मोबालिटी की ओर से किया गया ड्रोन ट्रायल कई उम्मीदों को जगा गया। ट्रायल के तहत उत्तरकाशी से महज एक घंटे में ड्रोन 10 ब्लड सैंपल लेकर देहरादून पहुंच गया। अभी यहां से सैंपल लाने में कई घंटे लग जाते हैं।

उत्तरकाशी के सिविल अस्पताल से देहरादून के एक निजी अस्पताल पहुंचाए गए सैंपल इन दिनों आइटीडीए व स्काइ एयर मोबालिटी की ओर से सीमांत जिला उत्तरकाशी से ब्लड सैंपलिंग लाने का ट्रायल किया जा रहा है। आइटीडीए के निदेशक अमित कुमार सिन्हा ने बताया कि सैंपल उत्तरकाशी के सिविल अस्पताल से देहरादून के एक निजी अस्पताल पहुंचाए गए हैं।

बताया कि देहरादून से उत्तरकाशी की सड़क मार्ग से दूरी करीब 150 किलोमीटर है। यहां पहुंचने के लिए कम से कम पांच से छह घंटे का समय लगता है, लेकिन ड्रोन ने इस दूरी को महज एक घंटे में ही पूरा कर दिया। ड्रोन सुबह 11 बजे देहरादून के आइटीडीए कार्यालय से उत्तरकाशी भेजा गया था।

वहां से शाम पांच बजे उसने उड़ान भरी और छह बजे सैंपलों के साथ देहरादून पहुंच गया। सिन्हा ने बताया कि उनका ट्रायल सफल रहा। उम्मीद है भविष्य में इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे।पर्वतीय जिलों में स्वास्थ्य सुविधाएं कम होने के कारण अभी खून के सैंपल जांच के लिए देहरादून भेजने में काफी समय लग जाता है।

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