पिथौरागढ़: क्रिकेटर ऋषभ पंत के दुर्घटना में घायल होने की सूचना मिलते ही उनके गृह जनपद पिथौरागढ़ में लोग हाल जानने के लिए बेचैन नजर आए। ऋषभ की दादी नंदी पंत को जैसे ही पोते के घायल होने का पता चला वह परेशान हो गईं। उन्होंने ईष्ट देवी-देवताओं से ऋषभ की सलामती और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना की।

गंगोलीहाट के पाली गांव निवासी ऋषभ पंत की दादी नंदी पंत अपनी बेटी बेटी सरस्वती पाटनी के साथ रहती हैं। शुक्रवार को जैसे ही उन्हें हादसे की सूचना मिली तो पिथौरागढ़ के सरस्वती विहार कॉलोनी में सभी परिजन परेशान हो गए।

दादी नंदी पंत ने बताया कि उन्होंने ईष्ट देवता और कालिका माता का उचांण (भेंट) रखा है। ऋषभ के स्वस्थ होने पर पूरा परिवार पूजा-अर्चना के लिए गंगोलीहाट जाएगा। जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव उमेश जोशी ने कहा कि वह ऋषभ का हाल जानने जाएंगे।

चार अक्तूबर 1997 में रुड़की के अशोक नगर में जन्में ऋषभ पंत का पैतृक गांव पिथौरागढ़ की गंगोलीहाट तहसील के पाली गांव में है। क्रिकेट का शौक रखने वाले पंत ने दिल्ली में तैयारी की।

बता दें कि भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार शुक्रवार को हादसे का शिकार हो गई थी। इसके बाद शनिवार सुबह फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पहुंची। टीम ने पहले गुरुकुल नारसन चौकी में खड़ी ऋषभ की गाड़ी का मौका मुआयना किया।

ऋषभ पंत को राजधानी देहरादून के मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पांच विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम पंत का इलाज कर रही है। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल क्रिकेटर की हालत खतरे से बाहर है। वह पूरी तरह सामान्य बताए जा रहे हैं।

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